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06 अक्टूबर 2015

सरसों वायदा में घटी, मंडियों में बढ़ी

सरसों वायदा में घटी, मंडियों में बढ़ी
आर एस राणा
नई दिल्ली।  उंचे भाव में वायदा बाजार में सरसों की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई लेकिन उत्पादक मंडियों में भाव तेज ही बने रहे। वैसे भी इस समय उत्पादक मंडियों में सरसों की दैनिक आवक कम हो रही है तथा सरसों तेल की खपत राज्यों की मांग बराबर बनी हुई है। त्यौहारी सीजन के साथ ही सर्दियों का सीजन भी षुरु हो रहा है जिससे सरसों तेल में मांग अभी जारी रहेगी।
उत्पादक राज्यों की मंडियों में सरसों का स्टॉक कम है जबकि तेल मिलें सरसों में खरीद ज्यादा मात्रा में कर रही है। वैसे भी नई फसल आने में अभी पांच महीने का समय बचा हुआ है। सरसों की नई फसल की दैनिक आवक फरवरी-मार्च में बनेगी।
चालू रबी में सरसों की बुवाई में कमी आई थी, साथ ही बेमौसम बारिष और ओलावृष्टि से भी फसल को नुकसान हुआ था। कृषि मंत्रालय के चौथे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2014-15 में सरसों की पैदावार घटकर 63.09 लाख टन होने का अनुमान है जबकि फसल सीजन 2013-14 सरसों की पैदावार 78.77 लाख टन की हुई थी।
राजस्थान की कोटा मंडी में सरसों के भाव 4,651 से 4,790 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा मंडी में दैनिक आवक 263.5 टन की हुई। राज्य की गंगापुर सिटी मंडी में सरसों के भाव 4,708 से 5,203 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा मंडी में दैनिक आवक 94.3 टन की हुई। उत्तर प्रदेष की बस्ती मंडी में सरसों के भाव 3,900 से 4,000 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा मंडी में दैनिक आवक 2.2 टन की हुई। ........आर एस राणा

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