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15 अक्टूबर 2015

आवक बढ़ने पर बाजरा की कीमतों में नरमी की आषंका


आर एस राणा
नई दिल्ली।  प्रमुख उत्पादक राज्यों राजस्थान, उत्तर प्रदेष, हरियाणा और गुजरात की मंडियों में बाजरा की नई फसल की दैनिक आवक बढ़ रही है, साथ ही खपत राज्यों की मांग अच्छी होने से भाव में भी 15 से 25 रुपये प्रति क्विंटल का सुधार आया है। आगमी दिनों में उत्पादक मंडियों में इसकी दैनिक आवक और बढ़ेगी, जिससे भाव में एक बार हल्की गिरावट आने का अनुमान है। हरियाणा में राज्य सरकार बाजरा की न्यूनतम समर्थन मूल्य यानि एमएसपी पर खरीद कर रही है तथा राज्य सरकार एमएसपी पर एक लाख टन बाजरा की खरीद करेगी।
सर्दियों का सीजन षुरु होने के बाद बाजारा की खरीद में भी तेजी आयेगी, क्योंकि बाजारा की सबसे ज्यादा खपत पषुआहार के साथ ही खाने में भी होती है। हालांकि चालू खरीफ में पैदावार ज्यादा होने का अनुमान है लेकिन मांग बढ़ने के बाद इसकी कीमतों में सुधार आने का अनुमान है।
केंद्र सरकार खरीफ विपणन सीजन 2015-16 के बाजारा का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1,275 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में बाजरा की बुवाई 70.17 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 63.22 लाख हैक्टेयर में हुई थी।
मंत्रालय के आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू फसल सीजन 2015-15 में 86.4 लाख टन बाजारा का उत्पादन होने का अनुमान है जबकि फसल सीजन 2014-15 में इसका उत्पादन 75.4 लाख टन का हुआ था।
राजस्थान की चांदपोल, जयपुर मंडी में बाजरा का भाव 1,250 से 1,325 रुपये प्रति क्विंटल रहा तथा मंडी में दैनिक आवक 163.5 टन की हुई। राज्य की गंगापुर सिटी मंडी में बाजरा का भाव 1,251 से 1,325 रुपये प्रति क्विंटल रहा तथा दैनिक आवक 97.5 टन की हुई। हरियाणा की तावडु मंडी में बाजरा का भाव 1,200 से 1,250 रुपये प्रति क्विंटल रहा तथा दैनिक आवक 50 टन की हुई। गुजरात की पालनपुर मंडी में बाजरा का भाव 1,220 से 1,325 रुपये प्रति क्विंटल रहा तथा दैनिक आवक 15 टन की हुई।......आर एस राणा

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