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14 अक्तूबर 2015

मिलों की मांग से केस्टर सीड में सुधार


आर एस राणा
नई दिल्ली। मिलों की मांग केस्टर सीड में अच्छी बनी हुई है जबकि इसकी तुलना में दैनिक आवक है। इसीलिए केस्टर सीड की कीमतों में तेजी देखी गई। केस्टर सीड के प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात में सितंबर महीने के आखिर में हुई बारिष केस्टर सीड की आने वाली नई फसल के लिए फायदेमंद है।
गुजरात की राजकोट मंडी में केस्टर सीड के भाव 3,605 से 3,865 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा मंडी में दैनिक आवक 33 टन की हुई। राज्य की सिद्वपुर मंडी मेें केस्टर सीड के भाव 3,850 से 3,990 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा मंडी में दैनिक आवक 112.5 टन की हुई। राज्य की डीगम मंडी में केस्टर सीड के भाव 3,875 से 3,905 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा दैनिक आवक 70 टन की हुई।
इस समय केस्टर तेल में निर्यात मांग अच्छी है तथा फसल का ऑफ सीजन होने के कारण दैनिक आवक आगामी दिनों में और भी घटेंगी। वैसे भी नई फसल आने में अभी काफी समय बचा हुआ है इसलिए केस्टर सीड की कीमतों में फिर से सुधार आने का अनुमान है।
केस्टर तेल में इस समय चीन की आयात मांग अच्छी बनी हुई है। उद्योग के अनुसार चालू वित वर्ष 2015-16 के पहले चार महीनों अप्रैल से जुलाई के दौरान 1,71,804 टन केस्टर तेल का निर्यात हो चुका है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 1,68,427 टन तेल का निर्यात हुआ है। वित वर्ष 2014-15 में देष से 4.59 लाख टन केस्टर तेल का निर्यात हुआ था तथा चालू वित वर्ष 2015-16 में भी निर्यात अच्छा होने का अनुमान है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में केस्टर सीड की बुवाई 10.24 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 9.75 लाख हैक्टेयर में बुवाई हुई थी।
कृषि मंत्रालय के चौथे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2014-15 में केस्टर सीड की पैदावार बढ़कर 17.33 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसकी पैदावार 17.27 लाख टन की हुई थी।......आर एस राणा

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