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05 अक्टूबर 2015

स्टॉक कम होने से सरसों की कीमतों में बनी हुई है तेजी


आर एस राणा
नई दिल्ली। तेल मिलों की मांग बढ़ने से सरसों के भाव में सुधार बना हुआ है। उत्पादक मंडियों में पिछले दो-तीन दिनों में ही सरसों की कीमतों में 200 से 250 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आई है।
राजस्थान की लालसोठ मंडी में सरसों के भाव 4,230 से 4,981 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा मंडी में दैनिक आवक 29.4 टन की हुई। राज्य की बीकानेर मंडी में सरसों के भाव 4,200 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा मंडी में दैनिक आवक 1.5 टन की हुई। उत्तर प्रदेष की जौनपुर मंडी में सरसों के भाव 3,775 से 3,875 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा मंडी में दैनिक आवक 3.5 टन की हुई। पष्चिमी बंगाल की ैंउेप  मंडी में सरसों के भाव 4,280 से 4,320 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा मंडी में दैनिक आवक 500 टन की हुई।
इस समय उत्पादक मंडियों में सरसों की दैनिक आवक कम हो रही है जबकि मिलों की मांग अच्छी बनी हुई है। सरसों तेल की खपत राज्यों की मांग बराबर बनी हुई है तथा त्यौहारी सीजन के साथ ही सर्दियों का सीजन भी षुरु हो रहा है जिससे सरसों तेल में मांग और भी बढ़ने का अनुमान है।
उत्पादक राज्यों की मंडियों में सरसों का स्टॉक कम है जबकि तेल मिलें सरसों में खरीद ज्यादा मात्रा में कर रही है, प्रमुख उत्पादक राज्यों की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक मांग के मुकाबले आवक कम है। इसलिए इसकी कीमतों में और भी सुधार आने का अनुमान है। हालांकि भाव काफी बढ़ चुके हैं ऐसे में एक बार गिरावट भी आ सकती है।
चालू रबी में सरसों की बुवाई में कमी आई थी, साथ ही बेमौसम बारिष और ओलावृष्टि से भी फसल को नुकसान हुआ था। कृषि मंत्रालय के चौथे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2014-15 में सरसों की पैदावार घटकर 63.09 लाख टन होने का अनुमान है जबकि फसल सीजन 2013-14 सरसों की पैदावार 78.77 लाख टन की हुई थी।......आर एस राणा

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