आर एस राणा
नई दिल्ली। अक्टूबर से चालू हुए फसल सीजन में कपास की पैदावार में 4 फीसदी की कमी आकर कुल पैदावार 370.50 लाख गांठ (एक गांठ-170 किलो) होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसकी पैदावार 382.75 लाख गांठ की हुई थी। पंजाब की भटिंडा मंडी में नरमा कपास के भाव 4,600 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा दैनिक आवक 9,000 गांठ की हुई। महाराष्ट्र की अकोला मंडी में कपास के भाव 4,000 से 4,350 रुपये प्रति क्विंटल रहे। अहमदाबाद में कपास के भाव 32,100 रुपये प्रति गांठ रहे।
कॉटन एसोसिएषन ऑफ इंडिया (सीएआई) के अनुसार उत्तर भारत के प्रमुख कपास उत्पादक राज्यों पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में फसल में कीट लगने के कारण कपास की फसल प्रभावित हुई है, हालांकि नई फसल के समय कपास का बकाया स्टॉक ज्यादा होने से सप्लाई पर प्रभाव नहीं पड़ेगा। वैसे भी चीन की कपास में आयात मांग कमजोर है, तथा सरकारी वहां घरेलू कपास की खपत को तरजीह दे रही है।
उत्तर भारत के राज्यों पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में कपास की पैदावार 47 लाख गांठ, मध्य भारत के गुजरात, महाराष्ट और मध्य प्रदेष में 205 लाख गांठ तथा दक्षिण भारत के राज्यों आंध्रप्रदेष, तेलंगाना और कर्नाटका में 112 लाख गांठ कपास की पैदावार होने का अनुमान है।
उत्पादक मंडियों में नई कपास में नमी की मात्रा ज्यादा है इसलिए मिलर्स कॉटन कापोरेषन ऑफ इंडिया (सीसीआई) की कपास की खरीद ज्यादा मात्रा में कर रहे है। सीसीआई के कपास करीब 12 से 15 लाख गांठ कपास का स्टॉक बचा हुआ है। कृषि मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार कपास की पैदावार 335.07 लाख गांठ होने का अनुमान है।.........आर एस राणा
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