11 अप्रैल 2011
क्या है एफसीआई
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) भारत सरकार की खाद्य भंडारण ईकाई है। इसकी स्थापना 14 जनवरी 1965 को हुई। फूड कार्पोरेशन एक्ट 1964 के तहत अनाज भंडारण के लिए इसे बनाया गया। एफसीआई में करीब 6 मिलीयन डॉलर की कीमत वाला अनाज रखने की व्यवस्था की गई। देश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के लिए खाद्यान्नों का भंडारण, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भण्डारण और किसानों के लिए प्रभावी समर्थन मूल्य की व्यवस्था करने के लिए इसकी स्थापना की गई। देश भर में एफसीआई के पांच क्षेत्रीय कार्यालय है। भारत सरकार इसमें हर साल कुल उत्पादन का करीब 15 से 20 प्रतिशत गेंहू और कुल चावल उत्पादन का 12 से 15 प्रतिशत खरीदती है। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। एफसीआई अखिल भारतीय स्तर पर डिपुओं के जरिए खाद्यान्न भंडारण करता है। इसमें क्रेप भंडारण भी शामिल है जिसमें रेट एंड डेप्प प्रूफ प्लिंथ, डनेज का प्रयोग और विशेष रूप से बने पोलीथीन कवर आदि के जरिए खुले में भंडारण किया जाता है। अखिल भारतीय स्तर पर करीब 1451 गोदाम है जिनमें एक सितम्बर 2009 को भंडारण क्षमता 27.71मिलीयन टन थी। 28 फरवरी 2010 के मुताबिक कुल भंडारण 447 .09 लाख टन जिनमें से चावल 266.49 लाख टन और गेंहू 180.60 लाख टन मौजूद है। एफसीआई स्टॉक स्थिति व खरीद प्रणाली केन्द्र सरकार भारतीय खाद्य निगम और राज्य एजेंसियों के जरिए धान मोटे अनाजों और गेंहू को समर्थन मूल्य पर खरीदती है। उत्पादकों के पास यह विकल्प होता है कि वे राज्य एजेंसियों और खुले बाजार में जहां चाहे बेचे।
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