नई दिल्ली April 29, 2011
ऑटो उद्योग की रफ्तार से एल्युमीनियम का कारोबार चमक रहा हैं। इस साल तांबा, निकल सहित और धातुओं की कीमतों में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद काफी गिरावट आ चुकी हैं, लेकिन एल्युमीनियम के दाम अन्य धातुओं में गिरावट के बावजूद लगातार चढ़ रहे हैं और इस साल के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुके हैं। धातु विश्लेषकों का कहना है कि चीन, भारत , अमेरिका सहित कई देशों में ऑटो उद्योग की बिक्री लगातार बढ़ रही हैं। इसके साथ ही कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक का कारोबार भी रफ्तार पर हैं। यही कारण है कि एल्युमीनियम के दाम मजबूत बने हुए हैं। वर्ष 2011 के दौरान एल्यूमीनियम की खपत 9.5 फीसदी बढऩे का अनुमान हैं।लंदन मेटल एक्सचेंज (एलएमई) में एल्युमीनियम के दाम जनवरी 2011 से अब तक 12 फीसदी बढ़कर 2772 डॉलर प्रति टन हो गए हैं। इस माह इसकी कीमतों में 6 फीसदी की तेजी आई हैं। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में इस दौरान एल्युमीनियम के दाम 11 फीसदी बढ़े हैं। एमसीएक्स में मई अनुबंध के दाम 122 रुपये प्रति किलो चल रहे हैं।ऐंजल ब्रोकिंग के धातु विश्लेषक अनुज गुप्ता ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि तांबा, निकल, सीसा, जस्ता धातुओं की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर से टूटने के बाद अब इनमें गिरावट का रुख हैं, लेकिन एल्युमीनियम के दाम इन धातुओं के उलट लगातार बढ़ रहे हैं। एल्युमीनियम की कीमतों में तेजी के इस संबंध में कमोडिटी इनसाइट डॉटकॉम के धातु विश्लेषक अभिषेक शर्मा का कहना है कि प्रमुख उपभोक्ता देश चीन में इस साल जनवरी-मार्च अवधि में ऑटो की बिक्री 8 फीसदी बढ़ी हैं। इसके साथ ही भारत में वित्त वर्ष 2010-11 के दौरान ऑटो की बिक्री में 26 फीसदी का इजाफा हैं। पिछले माह भी ऑटो की बिक्री में 20 फीसदी का इजाफा हुआ था। बकौल शर्मा ऑटो उद्योग की मजबूत मांग के कारण ही अन्य धातुओं में गिरावट के बावजूद एल्युमीनियम के दाम तेज हैं। उनका कहना है तांबे के दाम 10,190 डॉलर , निकल करीब 29000 डॉलर प्रति टन का सर्वोच्च शिखर पर पहुंचने के बाद तांबा 9320 डॉलर और निकल 26605 डॉलर प्रति टन पर गया हैं। नीलकंठ मेटल ट्रंडिंग कंपनी के दीपक अग्रवाल का कहना है कि घरेलू बाजार में कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक उद्योग में भी एल्युमीनियम की मांग तेजी से बढ़ रही हैं, जिससे इसकी कीमतों में इजाफा हुआ हैं। (BS Hindi)
30 अप्रैल 2011
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