नई दिल्ली। सामान्य मानसून होने से इस वर्ष सरकार को खाद्य और समग्र महंगाई दर को काबू में रखने में कुछ मदद मिलने की सम्भावना है। बारिश पर 60 फीसदी निर्भर देश की कृषि में भी इस वर्ष अर्थशास्त्रियों ने तीन फीसदी से अधिक की दर से विकास होने की सम्भावना जताई है।
जून से सितम्बर महीने के लिए मौसम का दीर्घकालिक पूर्वानुमान जारी करते हुए केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी एवं भूविज्ञान मंत्री पवन कुमार बंसल ने यहां मंगलवार को कहा कि 98 फीसदी मानसूनी बारिश के साथ इस वर्ष मानसून के सामान्य रहने की सम्भावना है।
उन्होंने भारतीय मौसम विभाग का हवाला देकर कहा, "मानसून के असामान्य रहने, यानी, 90 फीसदी से कम या 110 फीसदी से अधिक रहने की बहुत कम सम्भावना है। पांच फीसदी तकनीकी गलती के साथ इस साल मानसून लगभग 98 फीसदी रहने की आशा है।"
खाद्य महंगाई की दर में हालांकि लगातार तीन हफ्तों से गिरावट देखी जा रही है, फिर भी दो अप्रैल को समाप्त सप्ताह में यह 8.28 फीसदी दर्ज की गई। समग्र महंगाई दर मार्च महीने में 8.98 फीसदी दर्ज की गई है। IBN karobar
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें