04 मार्च 2009
मक्का और सोया तेज होने से पोल्ट्री फीड भी महंगा
मक्का और सोयाबीन के दाम बढ़ने के कारण पिछले दो माह में पोल्ट्री फीड के भाव 15 रुपये से बढ़कर 17 रुपये प्रति किलो हो गए हैं। कारोबारियों का कहना है कि अगले महीनों में बिहार और उत्तर प्रदेश से मक्का की नई फसल आने पर इसके मूल्यों में कमी आ सकती है। पिछले दस दिनों के दौरान मंडियों में मक्के की सप्लाई घटने से इसके भाव 10 से 15 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ गए हैं। च्वाइस रिसर्च पोल्ट्री फार्म के मालिक रामहेत देशवाल ने बिजनेस भास्कर को बताया कि पिछले दो माह के दौरान पोल्ट्री फीड के दाम 15 फीसदी बढ चुके हैं। उनका कहना है कि इस दौरान सोया के भाव 1500-1600 रुपये से बढ़कर 200-2050 रुपये प्रति क्विंटल और मक्का के भाव 880-910 रुपये से बढ़कर 960-965 रुपये प्रति क्विंटल हो गए हैं। पोल्ट्री फीड के दाम 15 रुपये से बढ़कर 17 रुपये प्रति किलो हो गए हैं। मक्का कारोबारी राजेश अग्रवाल ने बताया कि बीते दस दिनों के दौरान मंडियों में सप्लाई घटने की वजह से मक्का कीमतें 10-15 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ चुकी हैं। फीड बनाने में सबसे अधिक करीब 50-60 फीसदी मक्का, 20-30 फीसदी सोया का उपयोग किया जाता है। बाकी ऑयल, दवा और अन्य अनाज खासतौर पर बाजरा आदि का उपयोग किया जाता है।देशवाल का कहना है कि बाजरा का उपयोग उस समय करना फायदेमंद रहता है जब बाजरा के मूल्य मक्का के मुकाबले 20 फीसदी कम हों। कारोबारियों का मानना है कि अगले महीने मक्का की नई फसल आने पर फीड के दाम में गिरावट आने की उम्मीद है। देशवाल का कहना है कि अगले माह बिहार और मई-जून में उत्तर प्रदेश से मक्के की नई फसल आ जाएगी ऐसे में मक्का की कीमतों में कमी आ सकती है । हालांकि फीड की कीमतों में अधिक गिरावट आने की संभावना कम ही है। फिलहाल फीड के भाव पिछले साल इन दिनों के मुकाबले 50 पैसे प्रति किलो कम हैं। वर्ष 2008 से पहले के सालों में फीड के दाम 11-13 रुपये प्रति किलो के बीच रहते थे। (Business Bhaskar)
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