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02 मार्च 2009

ग्वार गम निर्यात बढ़ने की संभावना

डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी और कच्चे तेल की कीमतों में सुधार होने से निर्यातकों को ग्वार गम निर्यात के पड़ते लगने शुरू हो गए है। चालू वर्ष की पहली तिमाही में देश से ग्वार गम का निर्यात 40-45 हजार टन के संभावित लक्ष्य के मुकाबले बढ़कर 60 से 65 हजार टन होने की उम्मीद की जा रही है। चालू महीने में पिछले आठ-दस दिनों से ग्वार गम में चीन की मांग में बढ़ोतरी हुई है।भारतीय ग्वार गम मैन्यूफैक्चर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष जीवन गांधी ने बिजनेस भास्कर को बताया कि डॉलर में तेजी और कच्चे तेल के भावों में सुधार आने से चीन और अन्य देशों की ग्वार गम में मांग बढ़ी है। डॉलर ने गत सप्ताह 51 रुपये का आंकड़ा छू लिया जबकि कच्चे तेल के भाव भी बढ़कर गत सप्ताह 44 डॉलर प्रति बैरल हो गए हैं। चालू वर्ष में जनवरी से अभी तक देश से करीब 40 हजार टन ग्वार गम का निर्यात हो चुका है तथा चीन व यूरोप की मांग को देखते हुए मार्च के आखिर तक निर्यात बढ़कर 60 से 65 हजार टन होने की संभावना है। वर्ष 2008 की अंतिम तिमाही (अक्टूबर से दिसंबर) में देश से ग्वार गम का निर्यात 75 हजार टन रहा था। इस समय ग्वार गम के निर्यात सौदे 680 से 700 डॉलर प्रति टन सीएंडएफ की दर पर हो रहे हैं।कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के सूत्रों के अनुसार पिछले वर्ष देश से ग्वार गम का कुल निर्यात 2.11 लाख टन का हुआ था। इसमें सबसे ज्यादा निर्यात अमेरिका को करीब 81 हजार टन, चीन को 35 हजार टन, जर्मनी को 18 हजार टन और दक्षिण अफ्रीका को 8 हजार टन का हुआ था। चालू सीजन में अमेरिका की मांग जरूर कमजोर रही है लेकिन चीन और यूरोप में ग्वार गम की निर्यात मांग सामान्य रहने की उम्मीद है। हरियाणा की आदमपुर मंडी के ग्वार व्यापारी साजन गोयल ने बताया कि राजस्थान और हरियाणा की मंडियों में ग्वार की दैनिक आवक घटकर मात्र आठ से दस हजार बोरियों की रह गई है। जबकि उत्पादक मंडियों में गत सप्ताह ग्वार के भाव बढ़कर 1530 से 1540 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। जोधपुर में प्लांट डिलीवरी ग्वार के भाव 1700 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। ग्वार गम के भावों में भी गत सप्ताह 150 रुपये की तेजी आकर भाव 3375 से 3400 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।ग्वार चूरी के भाव 720 से 740 रुपये और कोरमा के भाव 780 से 800 रुपये प्रति 75 किलोग्राम चल रहे हैं। निर्यातकों की कोरमा में इस समय अच्छी मांग बनी हुई है। देश से कोरमा का निर्यात खाड़ी देशों के अलावा, मलेशिया, इंडोनेशिया और श्रीलंका को मुख्यत: होता है। (Business Bhaskar....R S Rana)

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