आर एस राणा
नई
दिल्ली। जीएसटी काउंसिल की गुरुवार को नई दिल्ली में हुई 27वीं बैठक में
एथनॉल पर जीएसटी की दर में कटौती के साथ ही चीनी पर सेस लगाने पर कोई
फैसला नहीं हो सका। ऐसे में अब सवाल यह भी उठता है कि केंद्र सरकार ने
गन्ना किसानों के बकाया भुगतान के लिए जो 5.50 रुपये प्रति क्विंटल की दर
से सब्सिडी देने की घोषणा की है, उसके लिए फंड कहां से आयेगा।
बैठक
के बाद केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि चीनी पर सेस और एथनॉल
पर जीएसटी की दर में कटौती के फैसले को पांच राज्यों के वित्त मंत्रियों
के समूह को सौंप दिया है जोकि आगामी दो सप्ताह में इस पर फैसला करेगा। इन
मंत्रियों के नामों की घोषणा अगले दो दिन में कर दी जाएगी। इस समय चीनी की
कीमतें उत्पादन लागत से भी नीचे बनी हुई है।
चीनी
मिलों पर किसानों के रिकार्ड बकाया करीब 20,000 करोड़ रुपये की समस्या का
हल निकलाने के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की अध्यक्षता में गठित
मंत्रियों के समूह ने एथनॉल पर जीएसटी की दर को 18 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी
करने और चीनी पर 5 फीसदी सेस लगाने की सिफारिश की थी।.... आर एस राणा
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