आर एस राणा
नई
दिल्ली। वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान केस्टर तेल का निर्यात 64,259 टन
बढ़कर 6,20,497 टन का हुआ है जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान
अवधि में इसका निर्यात 5,56,238 टन का ही हुआ था। हालांकि मार्च में केस्टर
तेल का निर्यात घटकर 48,840 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल मार्च महीने
में इसका निर्यात 57,227 टन का हुआ था।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स
एसोसिएशन आॅफ इंडिया (एसईए) के अनुसार वित्त वर्ष 2017-18 में मूल्य के
हिसाब से केस्टर तेल का निर्यात बढ़कर 6,062.61 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि
पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 4,052.82 करोड़ रुपये का
हुआ था।
गुजरात के गांधीधाम स्थित केस्टर तेल की निर्यातक फर्म
एस सी केमिकल के डायरेक्टर कुशल राज पारिख ने बताया कि चीन की आयात केस्टर
तेल में कुछ कम हुई है जिससे केस्टर सीड के भाव में नरमी आई है। उन्होंने
बताया कि चीन को केस्टर तेल के निर्यात सौदे 1,270 डॉलर प्रति टन की दर हो
रहे हैं तथा चालू वित्त वर्ष 2018-19 में भी केस्टर तेल का निर्यात बढ़ने
की संभावना है। चालू सीजन में उत्पादन ज्यादा हुआ है जिस कारण इस समय दैनिक
आवक अच्छी बनी हुई है।
राजकोट मंडी के केस्टर सीड व्यापारी समीर
भाई शाह ने बताया कि शनिवार को उत्पादक मंडियों में इसके भाव घटकर 3,750
से 3,800 रुपये प्रति क्विंटल रह गए है तथा कमजोर मांग को देखते हुए
मौजूदा कीमतों में 25 से 50 रुपये का मंदा और भी आ सकता है। उत्पादक
मंडियों मेें केस्टर सीड की दैनिक आवक एक लाख बोरी की हो रही है। जून-जुलाई
में दैनिक आवक कम होने के बाद इसके भाव में सुधार बनने की संभावना है।
एसईए
के अनुसार फसल सीजन 2017-18 में केस्टर सीड का उत्पादन बढ़कर 14.33 लाख टन
होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन केवल 10.53 लाख टन का ही
हुआ था। ............आर एस राणा
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