आर एस राणा
नई दिल्ली। अप्रैल महीने में जहां सोया डीओसी के निर्यात में कमी आई है, वहीं सरसों डीओसी का निर्यात इस दौरान बढ़ा है। विश्व बाजार में कीमतें नीची होने के कारण सोया डीओसी का निर्यात घटकर अप्रैल में केवल 45,209 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल अप्रैल में इसका निर्यात 1,24,374 टन का हुआ था। इस दौरान सरसों डीओसी का निर्यात बढ़कर 97,891 टन का हो चुका है जबकि पिछले साल अप्रैल महीने में इसका निर्यात केवल 6,842 टन का ही हुआ था।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (एसईए) के अनुसार अप्रैल में डीओसी का कुल निर्यात 1,55,069 टन का ही हुआ है। वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान डीओसी का कुल निर्यात बढ़कर 30,25,538 टन का हुआ है जबकि वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान इनका निर्यात 18,85,480 टन का ही हुआ था।
मूल्य के हिसाब से 48 फीसदी बढ़ा निर्यात
मूल्य के हिसाब से वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान डीओसी के निर्यात में 48 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात निर्यात 4,758 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इनका निर्यात 3,219 करोड़ रुपये का ही हुआ था।
सरसों डीओसी के निर्यात में भारी बढ़ोतरी
एसईए के कार्यकारी निदेशक डॉ. बी वी मेहता के अनुसार निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कई देशों में चलाये गए अभियान का ही नतीजा है कि वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान सरसों डीओसी के निर्यात में 209 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान केस्टर डीओसी और मूंगफली डीओसी के साथ ही राइसब्रान डीओसी के निर्यात में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई।
घरेलू बाजार में भाव उंचे
अप्रैल महीने में सोया डीओसी के औसत भाव भारतीय बंदरगाह पर 487 डॉलर प्रति टन रहे, जबकि पिछले साल अप्रैल में इसके भाव 386 डॉलर प्रति टन थे। इसी तरह से सरसों डीओसी के भाव अप्रैल में 247 डॉलर प्रति टन रहे जबकि पिछले साल अप्रैल में इसके भाव 240 डॉलर प्रति टन थे।.......... आर एस राणा
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