आर एस राणा
नई दिल्ली। अमेरिका ने ईरान के साथ तीन साल पहले हुए परमाणु समझौते से खुद को अलग कर लिया हैै इसके साथ ही उन्होंने ईरान पर फिर से आर्थिक प्रतिबंधों को लागू करने की बात कही है इससे भारत से ईरान को हो रहे बासमती चावल के निर्यात पर कोई असर नहीं पड़ेगा। रुपये के मुकाबले डॉलर की मजबूती से बासमती चावल के निर्यातको को फायदा ही होगा।
अमेरिका का कहना है कि प्रतिबंध उन्हीं उद्योगों पर लगाए जाएंगे जिनका जिक्र 2015 की डील में था। इनमें तेल सेक्टर, विमान निर्यात, कीमती धातु का व्यापार और ईरानी सरकार के अमरीकी डॉलर खरीदने की कोशिश शामिल हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने यह भी कहा है कि जो भी ईरान की मदद करेगा उसे भी प्रतिबंध झेलना पड़ेगा।
पाकिस्तान पर बन सकता है दबाव
आॅल इंडिया राइस एक्सपोर्टस एसोसिएशन (एआईआरईए) के अध्यक्ष विजय सेतिया ने बताया कि वर्ष 2012 में भी ऐसी स्थिति बनी थी, तब भी भारत से ईरान को हुए बासमती चावल के निर्यात पर कोई असर नहीं पड़ा था। उन्होंने बताया कि खाद्य उत्पादों के साथ ही आवश्यक वस्तुओं जैसे की दवाईयों के निर्यात पर इस प्रतिबंध का कोई असर नहीं पड़ेगा। अमेरिका से जिन देशों के संबंध प्रगाढ़ है जैसे कि पाकिस्तान पर इसका जरुर दबाव बन सकता है लेकिन भारत से ईरान को किए जा रहे खाद्यान्न, फल सब्जियों या फिर दवाईयों के निर्यात पर इसका असर नहीं होगा। ईरान भारत से बासमती चावल का सबसे बड़ा आयातक देश है।
आवश्यक वस्तुओं पर नहीं लगा सकता रोक
केआरबीएल लिमिटेड के चेयरमैन एडं मैनेजिंग डायरेक्टर अनिल कुमार मित्तल ने बताया कि अमेरिका ईरान और दक्षिण कोरिया पर पिछले लगभग 15 सालों से समय-समय पर आर्थिक प्रतिबंध लगाता आया है लेकिन आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई पर कोई देश रोक नहीं लगा सकता। इसलिए अमेरिका द्वारा ईरान पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने से भारत से ईरान को किए जा रहे बासमती चावल के निर्यात पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
डॉलर की मजबूती से निर्याकों को होगा फायदा
चावल निर्यातक फर्म खुरानिया एग्रो के निदेशक रामनिवास खुरानिया ने बताया कि रुपये के मुकाबले डॉलर लगातार मजबूत हो रहा है इससे बासमती चावल के निर्यातकों को फायदा होगा। डॉलर के मुकाबले रुपया पिछले 15 महीने के निचले स्तर पर आ गया है। बुधवार को एक डॉलर की कीमत 67.40 रुपये तक पहुंच गई है।
ईरान भारतीय बासमती चावल का बड़ा आयातक
वित्त वर्ष 2017-18 में ईरान ने भारत से करीब 10 लाख टन बासमती चावल का आयात किया है। वित्त वर्ष 2017-18 में भारत से बासमती चावल का कुल निर्यात 40.51 लाख टन का हुआ है जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष 2016-17 में 39.85 लाख टन बासमती चावल का निर्यात हुआ था।.......... आर एस राणा
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