आर एस राणा
नई
दिल्ली। चालू गन्ना पेराई सीजन 2017-18 में पहली अक्टूबर-17 से अप्रैल के
आखिर तक जहां चीनी का उत्पादन बढ़कर रिकार्ड 310.37 लाख टन को हो गया है
वहीं चीनी मिलों पर किसानों का बकाया भी बढ़कर करीब 20,000 हजार करोड़
रुपये हो गया है। देशभर में अभी भी करीब 130 चीनी मिलों में पेराई चल रही
है ऐसे में उत्पादन बढ़कर 315-320 लाख टन होने का अनुमान है, साथ ही
किसानों का बकाया भी बढ़ेगा।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा)
के अनुसार उत्तर प्रदेश में अभी करीब 80 चीनी मिलों में और महाराष्ट्र में
15 मिलों में पेराई चल रही है। हालांकि इनमें से कुछ मिलों में पेराई लगभग
बंद होने वाली है लेकिन कुछ चीनी मिलों में मध्य मई तक पेराई जारी रह सकती
है। अत: चीनी उत्पादन में बढ़ोतरी के साथ ही किसानों के बकाया की राशि में
ओर भी बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
देशभर की चीनी मिलों पर
किसानों के बाकया की राशि बढ़कर करीब 20,000 करोड़ रुपये हो गई है जोकि अभी
तक की सर्वाधिक है। कुल बकाया राशि में सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश की चीनी
मिलों पर 12,500 करोड़ रुपये से ज्यादा है। किसानों को समय से भुगतान नहीं
मिलने से भारी आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
इस्मा
के अनुसार चालू पेराई सीजन में महाराष्ट्र में 106.50 लाख टन चीनी का
उत्पादन हो चुका है जबकि उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन बढ़कर 112 लाख
टन का हो चुका है। कर्नाटक में चीनी का उत्पादन चालू पेराई सीजन में अभी तक
36.30 लाख टन का हो चुका है। इसके अलावा पंजाब में 8 लाख टन, बिहार में
7.50 लाख टन और हरियाणा में 7.25 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है। बिहार
में लगभग चीनी मिलों में पेराई बंद हो चुकी है जबकि हरयिाणा और पंजाब में
कुछेक मिलों में पेराई सीमित मात्रा में अभी चल रही है।..... आर एस राणा
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