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18 मई 2018

एमईपी हटाने के बावजूद प्याज का निर्यात घटा, कई मंडियों में भाव नीचे

आर एस राणा
नई दिल्ली। प्याज की कीमतों में गिरावट रोकने के लिए केंद्र सरकार ने फरवरी के आरंभ में प्याज के निर्यात न्यनूतम मूल्य (एमईपी) को हटा लिया था, इसके बावजूद भी फरवरी में इसके निर्यात में कमी आई। दैनिक आवक बढ़ने से उत्पादक राज्यों की कई मंडियों में प्याज के भाव घटकर नीचे में 2 से 3 रुपये प्रति किलो रह गए हैं।
सरकार ने फरवरी के पहले सप्ताह में प्याज के निर्यात से एमईपी को पूरी तरह से समाप्त कर दिया था। राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (एनएचआरडीएफ) के अनुसार फरवरी में प्याज का निर्यात घटकर 1,01,307 टन का ही हुआ है जबकि जनवरी में इसका निर्यात 1,11,403 टन का हुआ था। वित्त वर्ष 2017-18 के पहले 11 महीनों अप्रैल से फरवरी के दौरान प्याज का निर्यात 21,35,421 टन का हुआ है जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष 2016-17 में कुल निर्यात 34,92,718 टन का हुआ था।
भाव में गिरावट
राजस्थान की उदयपुर मंडी में मंगलवार को प्याज का भाव 200 से 600 रुपये, जोधपुर में 400 से 1,000 रुपये, महाराष्ट्र की पुणे मंडी में 300 से 750 रुपये और कोल्हापुर मंडी में 400 से 900 रुपये प्रति क्विंटल रह गया। ​आजादपुर मंडी स्थित के प्याज कारोबारी उमेश अग्रवाल ने बताया कि मंडी में प्याज की दैनिक आवक 800 से 900 क्विंटल की हो रही है तथा मंगलवार को मंडी में प्याज का भाव 250 से 1,150 रुपये प्रति क्विंटल रहा। उन्होंने बताया कि दैनिक आवक के बराबर ही मांग भी बनी हुई है इसलिए प्याज के मौजूदा भाव में अभी ज्यादा मंदे की उम्मीद नहीं है। 
उत्पादन कम होने का अनुमान
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू फसल सीजन 2017-18 में प्याज का उत्पादन 4.5 फीसदी घटकर 214 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 224 लाख टन हुआ था।  .......  आर एस राणा

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