आर एस राणा
नई दिल्ली। नेफेड ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 7.07 लाख टन चना की खरीद की है लेकिन उत्पादक मंडियों में कुल आवक के मुकाबले खरीद सीमित मात्रा में होने के कारण किसानों को समर्थन मूल्य से 1,100 से 1,200 रुपये प्रति क्विंटल नीचे दाम पर बेचना पड़ रहा है।
केंद्र सरकार ने चालू रबी विपणन सीजन 2018-19 के लिए चना का एमएसपी 4,400 रुपये प्रति क्विंटल (बोनस सहित) तय किया हुआ है जबकि उत्पादक मंडियों में किसान 3,200 से 3,300 रुपये प्रति क्विंटल के भाव चना बेच रहे हैं। मध्य प्रदेश की इंदौर मंडी में मंगलवार को चना का भाव 3,200 रुपये जबकि राजस्थान की बीकानेर मंडी में 3,300 रुपये प्रति क्विंटल रहा।
समर्थन मूल्य पर मध्य प्रदेश से हुई है ज्यादा खरीद
नेफेड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि निगम ने 5 मई तक 7,07,977 टन चना की खरीद समर्थन मूल्य पर की है, इसमें सबसे ज्यादा 3.03 लाख टन मध्य प्रदेश और 1.50 लाख टन चना राजस्थान की मंडियों से खरीदा गया है। इसके अलावा 77,662 टन आंध्रप्रदेश और 50,457 टन महाराष्ट्र की मंडियों से खरीदा गया है।
दाल एवं बेसन मिलों की खरीद कम
दलहन कारोबारी राधाकिशन गुप्ता ने बताया कि उत्पादक मंडियों में चना की दैनिक आवक के मुकाबले समर्थन मूल्य पर खरीद सीमित मात्रा में ही हो रही है जबकि दाल एवं बेसन मिलों की मांग भी कम है। वैसे चालू रबी में चना की रिकार्ड पैदावार होने का अनुमान है इसीलिए इसके भाव उत्पादक मंडियों में एमएसपी से नीचे बने हुए हैं।
चना आयात पर 60 फीसदी शुल्क
केंद्र सरकार ने मार्च के आरंभ में चना के आयात पर शुल्क को बढ़ाकर 60 फीसदी कर दिया है, जिस कारण चना के आयात पड़ते नहीं लग रहे हैं। मुंबई में आस्ट्रेलियाई चना के भाव 3,500 रुपये प्रति क्विंटल बोले जा रहे हैं।
रिकार्ड उत्पादन अनुमान
कृषि मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2017-18 में चना का उत्पादन रिकार्ड 111 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 93.8 लाख टन का हुआ था। ......... आर एस राणा
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