आर एस राणा
नई
दिल्ली। गेहूं की कटाई लगभग पूरी हो चुकी है तथा केंद्रीय पूल में गेहूं
के बंपर स्टॉक को देखते हुए केंद्र सरकार आयात शुल्क को बढ़ाकर दोगुना कर
सकती है। इस समय तो गेहूं के आयात सौदे नहीं हो रहे, लेकिन ब्लैक सी रीजन
के देशों में जुलाई-अगस्त में नई फसल आने के बाद भाव घटने की आशंका हैं
इसलिए सरकार आयात की संभावनाओं को समाप्त करना चाहती है।
खाद्य
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पहली अप्रैल को केंद्रीय पूल में
132.31 लाख टन गेहूं का स्टॉक मौजूद था जोकि तय मानकों बफर स्टॉक 44.60 लाख
टन से करीब तीन गुना था। इसके अलावा चालू रबी में न्यूनतम समर्थन मूल्य
(एमएसपी) पर 312 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है तथा उत्पादक मंडियों में
इसकी दैनिक आवक अभी भी बनी हुई है। ऐसे में खरीद तय लक्ष्य 320 लाख टन से
भी ज्यादा होने का अनुमान है। ऐसे में केंद्रीय पूल में गेहूं का बंपर
स्टॉक हो जायेगा। इसलिए खाद्य मंत्रालय ने गेहूं के आयात शुल्क को 20 फीसदी
से बढ़ाकर 40 फीसदी करने की सिफारिश की है।
वर्तमान में नहीं हो रहे आयात सौदे
बंगलुरु
स्थित गेहूं की कारोबारी फर्म प्रवीन कॉमर्शियल कंपनी के प्रबंधक नीवन
गुप्ता ने बताया कि मार्च के बाद से गेहूं का आयात नहीं हुआ है, तथा मौजूदा
भाव में आयात पड़ते भी नहीं लग रहे हैं। आस्ट्रेलियाई गेहूं के भाव 270
डॉलर और यूक्रेन के लाल गेहूं के भाव 230 डॉलर प्रति टन भारतीय बंदरगाह पर
पहुंच बोले जा रहे है। तूतीकोरन बंदरगाह पर पहले से आयातित करीब 2 लाख टन
गेहूं का स्टॉक बचा हुआ है। इसमें आस्ट्रेलियाई गेहूं के सौदे 1,980 से
2,000 रुपये और यूक्रेन के लाल गेहूं के सौदे 1,825 रुपये प्रति क्विंटल की
दर से हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश की मंडियों से बंगलुरु पहुंच गेहूं के
सौदे 2,075 से 2,080 रुपये प्रति क्विंटल के भाव हो रहे हैं। आयात शुल्क
में बढ़ोतरी की तो गेहूं के मौजूदा भाव में 75 से 100 रुपये की तेजी बन
सकती है।
करीब 20 लाख टन का हुआ है आयात
नरेला मंडी के
गेहूं कारोबारी महेंद्र जैन ने बताया कि चालू सीजन में करीब 20 लाख टन
गेहूं का आयात हुआ है। रुपये के मुकाबले डॉलर में मजबूती और विश्व बाजार
में गेहूं के भाव बढ़ने के कारण इस समय तो आयात नहीं हो रहा है, लेकिन
जूलाई-अगस्त में यूक्रेन और रुस सहित सभी ब्लैक सी रीजन के देशों में गेहूं
की नई फसल की आवक बनेगी, उस समय विश्व बाजार में भाव घटने की आशंका है।
नवंबर में 20 फीसदी किया था आयात शुल्क
केंद्र
सरकार ने 9 नवंबर 2017 को गेहूं के आयात शुल्क में 10 फीसदी की बढ़ोतरी कर
शुल्क 20 फीसदी किया था जबकि मार्च 2017 में इसके आयात पर 10 फीसदी का
आयात शुल्क लगाया था।
खरीद का लक्ष्य 320 लाख टन
चालू
रबी विपणन सीजन 2018-19 में एमएसपी पर 320 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य
तय किया है जबकि पिछले रबी विपणन सीजन में 308.24 लाख टन गेहूं की खरीद हुई
थी। एमएसपी पर 312 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है जबकि पिछले रबी विपणन
सीजन की समान अवधि में केवल 271.09 लाख टन गेहूं ही खरीदा गया था।
उत्पादन अनुमान में कमी की आशंका
कृषि
मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2017-18 में गेहूं का
उत्पादन घटकर 971.1 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका
उत्पादन 985.1 लाख टन का हुआ था। .....आर एस राणा
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