10 फ़रवरी 2011
देश में आम का उत्पादन 16 लाख टन बढऩे की उम्मीद
खट्टा-मीठाज्यादा उत्पादन से सस्ते मिलेंगे ग्राहकों को आमदक्षिणी राज्यों में बारिश की देरी से नई आवक लेटचालू सीजन में बौर (फूल) ज्यादा आने से देश में आम का उत्पादन बढऩे की संभावना है। इसलिए उपभोक्ताओं को सस्ता आम मिलने की संभावना है। राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड (एनएचबी) के अनुसार वर्ष 2010-11 में आम का उत्पादन बढ़कर 161.35 लाख टन होने का अनुमान है। जबकि वर्ष 2009-10 में उत्पादन 135.57 लाख टन का हुआ था। चालू सीजन में आम का निर्यात भी पिछले साल की तुलना में बढऩे की उम्मीद है। एपीडा के अनुसार वर्ष 2009-10 में 74,460 टन आम का निर्यात हुआ था। महाराष्ट्र में नए आम की आवक शुरू हो गई है तथा मार्च-अप्रैल में उत्तर भारत में नई फसल आएगी। एनएचबी के मैनेजिंग डायरेक्टर बिजय कुमार ने बिजनेस भास्कर को बताया कि चालू सीजन में आम के पौधों पर बौर ज्यादा आया है इसीलिए आम की पैदावार बढऩे की संभावना है। वर्ष 2010-11 में आम का उत्पादन बढ़कर 161.35 लाख टन होने का अनुमान है। जबकि वर्ष 2009-10 में देश में आम का उत्पादन 135.57 लाख टन का हुआ था। हालांकि ये आरंभिक अनुमान है। महाराष्ट्र में नई फसल की आवक शुरू हो गई है तथा उत्तर भारत में नई फसल आने में करीब दो महीने का समय शेष है। इसीलिए होली के बाद ही उत्पादन की सही तस्वीर साफ हो पाएगी। पुणे स्थित देसाई बंधु आंबेवाले के डायरेक्टर एम. देसाई ने बताया कि चालू सीजन में उत्पादक क्षेत्रों में दिसंबर के आखिर तक बारिश हुई थी। इसलिए नई फसल की आवक करीब 20 दिन देर से शुरू हुई है। पिछले साल 15 जनवरी को मंडी में नए आम की आवक शुरू हो गई थी जबकि चालू सीजन में सात फरवरी को 80 पेटी अल्फासों और केसर किस्म के आम की आवक हुई। मुहूर्त ट्रेडिंग के सौदे 9,000 से 10,000 रुपये प्रति पेटी (एक पेटी-चार दर्जन) के सौदे हुए। पिछले साल अप्रैल के पहले सप्ताह में मंडी में आम का दाम 200 से 400 रुपये प्रति 12 पीस था लेकिन चालू सीजन में पैदावार बढऩे की संभावना है। ऐसे में अप्रैल के आखिर में आवक बढऩे पर इसके दाम 150 से 350 रुपये प्रति 12 पीस तक आने की संभावना है। एपीडा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2009-10 में आम का निर्यात 74,460 टन का हुआ था जो वर्ष 2008-09 के 83,703 टन के मुकाबले कम था। मुंबई के आम निर्यातक तेजस ठक्कर ने बताया कि खाड़ी देशों से आम आयात की पूछ-परख शुरू हो गई है। मार्च में निर्यात सौदे शुरू हो जाएंगे। चालू सीजन में देश में पैदावार बढऩे की संभावना है जिससे घरेलू बाजार में दाम कम रहेंगे। इसीलिए निर्यात पिछले साल की तुलना में बढऩे की संभावना है। (Business Bhaskar.....R S Rana)
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