26 फ़रवरी 2011
प्याज का एमईपी 150 डॉलर कम करने की सिफारिश
दिक्कतमध्य मार्च से राजस्थान के सीकर से प्याज की आवक शुरू हो जाएगीघरेलू बाजार में दाम बढऩे के कारण दिसंबर 2010 में प्याज निर्यात पर लगा दी थी रोकबात पते की :- नासिक, भावनगर और महुआ मंडियों में प्याज के दाम घटकर ५-७ रुपये किलो रह गए हैं। जबकि दिल्ली आजादपुर मंडी में भी प्याज के दाम घटकर ८-११ रुपये प्रति किलो के स्तर पर आ गए हैं।प्याज की कीमतों में आ रही गिरावट को रोकने के लिए इसके न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) में 150 डॉलर प्रति टन कटौती करने की सिफारिश की गई है। उपभोक्ता मामले विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्याज का एमईपी 600 डॉलर प्रति टन है, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम इससे काफी कम चल रहे है। इसीलिए एमईपी को यहां से घटाकर 450 डॉलर प्रति टन करने की सिफारिश की गई है। खाद्य मामलों पर वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी की अध्यक्षता वाले मंत्रियों के अधिकार प्राप्त समूह (ईजीओएम) की आगामी बैठक में इस पर निर्णय लिया जायेगा।उन्होंने बताया कि ईजीओएम की पिछली बैठक में निर्यात पर लगी रोक को तो हटा लिया गया था लेकिन एमईपी 600 डॉलर प्रति टन तय कर दिया था। जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्याज के दाम काफी कम है। इसलिए भारत से होने वाले निर्यात में कमी चल रही है। 450 डॉलर प्रति टन एमईपी होने के बाद निर्यात ज्यादा होने की संभावना है। इससे उत्पादक मंडियों में प्याज की घटती कीमतों को रोकने में मदद मिलेगी। पोटैटो ऑनियन मर्चेंट एसोसिएशन (पोमा) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उत्पादक मंडियों नासिक, भावनगर और महुआ में प्याज के दाम घटकर पांच से सात रुपये प्रति किलो रह गए हैं। जबकि दिल्ली आजादपुर मंडी में भी प्याज के दाम घटकर आठ से ग्यारह रुपये प्रति किलो के स्तर पर आ गए हैं। मध्य मार्च से राजस्थान के सीकर लाइन से नए प्याज की आवक शुरू हो जायेगी और मार्च के आखिर में मध्य प्रदेश के मंदसौर और नीमच लाईन से आवक बढऩे की संभावना है। जिससे उत्पादक मंडियों में प्याज की कीमतों में और भी दो से तीन रुपये प्रति किलो की गिरावट आने की संभावना है।शुक्रवार को दिल्ली में 100 ट्रक प्याज की आवक हुई तथा इसके भाव 400 से 500 रुपये प्रति 40 किलो रहे। नासिक से भी सप्ताह में दो से तीन रैकों की आवक हो रही है। घरेलू बाजार में प्याज के दाम बढऩे के कारण सरकार ने दिसंबर 2010 में प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। तब इसकी कीमतें फुटकर बाजार में बढ़कर 70 से 80 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई थी। जबकि इस समय फुटकर बाजार में प्याज के दाम घटकर 20 से 22 रुपये प्रति किलो हो गए हैं। (Business Bhaskar....R S Rana)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें