नई दिल्ली March 05, 2009
पंजाब के आलू किसानों के लिए सरकारी राहत की घोषणा के बाद आलू की कीमत में मजबूती का रुख बन गया है।
दूसरी तरफ वायदा बाजार में भी आलू की कीमत में लगातार तेजी दर्ज की जा रही है। वायदा बाजार में मार्च, अप्रैल व जून के लिए आलू की कीमत 605 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच चुकी हैं।
माना जा रहा है कि बिहार, पश्चिम बंगाल व उत्तर प्रदेश में इस साल आलू की पैदावार कम होने के कारण भाव चढ़ रहे हैं। लागत से भी कम कीमत पर आलू बेचने को मजबूर पंजाब के किसानों के लिए राज्य सरकार ने यातायात खर्च में छूट देने का ऐलान किया है।
ये किसान अगर पंजाब से बाहर किसी राज्य में आलू भेजते हैं तो उन्हें यातायात खर्च में प्रति किलोग्राम 40 पैसे की छूट दी जाएगी। देश से बाहर आलू भेजने पर उन्हें 1.50 रुपये प्रति किलोग्राम की छूट मिलेगी। इस घोषणा के बाद पंजाब की मंडियों में आलू की कीमत 200 रुपये प्रति किलोग्राम से ऊपर चली गयी है। इससे पहले इन मंडियों में 150-180 रुपये प्रति क्विंटल के भाव आलू बिक रहे थे।
आलू कारोबारियों के मुताबिक बिहार में आलू की 40 फीसदी खेती बर्बाद हो गयी है। देश भर के आलू उत्पादन में बिहार की हिस्सेदारी 5 फीसदी है। वैसे ही बंगाल में इस बार आलू के उत्पादन में 30 फीसदी तो उत्तर प्रदेश में 20 फीसदी की गिरावट का अनुमान है।
कारोबारी कहते हैं कि अब आलू के दाम में गिरावट की कोई संभावना नहीं है। एपीएमसी की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र जैसे अधिकतर राज्यों में आलू की कीमत में पिछले सप्ताह के मुकाबले बढ़ोतरी हुई है।
वायदा बाजार में आलू की कीमत अप्रैल, मई व जून के लिए 600 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर को पार कर गयी है। थोक कारोबारियों का कहना है कि इस साल अप्रैल-मई में उत्तर प्रदेश के आलू किसानों को 2.50 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से आलू की बिक्री नहीं करनी पड़ेगी। (BS Hindi)
06 मार्च 2009
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें