05 मार्च 2009
अच्छे एमएसपी से इस साल भी गेहूं की रिकार्ड खरीद की आशा
केंद्र सरकार को इस साल भी गेहूं के रिकार्ड खरीद होने की उम्मीद है। हालांकि पिछले साल भी रिकार्ड खरीद के बाद इस बार भी भारी खरीद होती है तो सरकार के सामने गोदामों में गेहूं रखने के लिए जगह की किल्लत हो सकती है। लिहाजा गेहूं के भंडारण की व्यवस्था को लेकर कई राज्यों में तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस साल केंद्र सरकार ने गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य को बढ़ाकर 1080 रुपये क्विंटल कर दिया है। ऐसे में में केंद्रीय खाद्य मंत्रालय ने गेहूं की तगड़ी खरीद होने की संभावना जताई है। गेहूं मार्केटिंग सीजन एक अप्रैल से शुरू होगा। इस साल भी पिछले वर्ष से कम गेहूं खरीद की संभावना नहीं है। पिछले साल सरकारी खरीद केंद्रों पर किसानों से करीब 226.8 लाख टन गेहूं की खरीद की गई थी। मध्यप्रदेश और गुजरात में इस साल खरीद सीजन 10-15 दिन पहले शुरू होने की संभावना है। हालांकि बड़े पैमाने पर आवक पंजाब में 13 अप्रैल को बैशाखी के बाद ही शुरू होने की उम्मीद है। गेहूं की भारी खरीद की संभावना से सरकार की ओर से अभी से भंडारण में संभावित समस्याओं से निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। सूत्रों के मुताबिक इसके लिए राज्यों को अतिरिक्त जगह की व्यवस्था करने को कहा गया है। इस क्रम में पंजाब सरकार ने अतिरिक्त जगह की तलाश तेज कर दी है। इसके लिए सरकार ने करीब 23 लाख टन गेहूं के भंडारण के लिए निजी पार्टियों से करार किया है। सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार ने भारतीय खाद्य निगम को भी सात लाख टन गेहूं के भंडारण के लिए अतिरिक्त जगह देने का वादा किया है। मौजूदा समय में जगह की कमी की वजह से करीब पचास लाख टन गेहूं खुले में रखा गया है। पंजाब में कुल भंडारण क्षमता करीब 170 लाख टन की है। जिसमें से करीब 105 लाख टन के लिए बंद गोदाम हैं। जबकि 65 लाख टन गेहूं खुले में ही रखना पड़ता है। (Business Bhaskar)
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