कुल पेज दृश्य

12 मार्च 2009

कमजोर विदेशी मांग से काली मिर्च का निर्यात गिरा, भाव भी नीचे

अमेरिका और यूरोप में आर्थिक मंदी का असर कालीमिर्च के निर्यात पर भी पड़ा है। चालू वित्त वर्ष के पहले दस महीनों में देश से कालीमिर्च के निर्यात में करीब 27 फीसदी की गिरावट आई है। उधर वियतनाम में नई फसल की आवक शुरू हो गई है। वियतनाम द्वारा भाव घटाकर बिकवाली की जा रही है। ऐसे में भारत में चालू फसल सीजन में पैदावार कम रहने के बावजूद भाव में नरमी रह सकती है।बंगलुरू के कालीमिर्च निर्यातक अनीश रावथर ने बिजनेस भास्कर को बताया कि इस समय अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय कालीमिर्च के भाव घटकर 2200 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) रह गए हैं। जबकि जनवरी के मध्य में इसके भाव 2600 डॉलर प्रति टन थे। उन्होंने बताया कि अमेरिका और यूरोप में आर्थिक मंदी के कारण भारत के साथ अन्य उत्पादक देशों से भी कालीमिर्च की निर्यात मांग काफी कमजोर है। परिणामस्वरूप निर्यातकों को भाव घटाकर बिकवाली करनी पड़ रही है। लेकिन डॉलर के मुकाबले रुपये में आई गिरावट से कम भाव पर निर्यातकों को कोई नुकसान नहीं है। ऐसे में जब तक डॉलर मजबूत रहेगा, तब तक निर्यातकों की दिलचस्पी कम नहीं होगी।अनिश रावथर ने बताया कि वियतनाम में नई फसल की आवक शुरू हो गई है। वियतनाम में कालीमिर्च की पैदावार नब्बे हजार से एक लाख टन होने की संभावना है। ऐसे में वियतनाम द्वारा भाव घटाकर कालीमिर्च की बिकवाली की जा रही है। इस समय अंतरराष्ट्रीय बाजार में वियतनाम की कालीमिर्च के भाव भी घटकर 2200 डॉलर प्रति टन रह गए हैं लेकिन इन भावों में भी मांग का अभाव है। पिछले साल मार्च महीने में वियतनाम की कालीमिर्च के भाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में 4200 डॉलर प्रति टन टन थे। ब्राजील की कालीमिर्च के भाव 2150 और इंडोनेशिया की कालीमिर्च के भाव 2100 डॉलर प्रति टन चल रहे हैं। भारत के मुकाबले इन देशों की क्वालिटी हल्की होती है।भारतीय मसाला बोर्ड के सूत्रों के अनुसार चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से जनवरी महीने तक देश से कालीमिर्च के निर्यात में 27 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 21,600 टन का ही हुआ है। पिछले वर्ष की समान अवधि में देश से इसका निर्यात 29,700 टन का हुआ था। कोच्चि मंडी स्थित मैसर्स केदारनाथ संस के अजय अग्रवाल ने बताया कि भारत में कालीमिर्च की पैदावार घटकर 45,000 टन ही होने की संभावना है। पिछले वर्ष देश में इसकी पैदावार 50,000 टन की हुई थी। घरेलू बाजार में एमजी वन कालीमिर्च के भाव 11,000 रुपये और अनगार्बल्ड किस्म की कालीमिर्च के भाव 10,400 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि केरल के उत्पादक क्षेत्रों में आवक कम हो रही है लेकिन कर्नाटक में आवक बढ़ी है। जनवरी महीने के दूसरे पखवाड़े में घरेलू बाजार में एमजी वन की कीमतें 12,000 रुपये और अनगार्बल्ड के भाव 11,400 से 11,500 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे थे। (Business Bhaskar...R S Rana)

कोई टिप्पणी नहीं: