आर एस राणा
नई दिल्ली। नीलामी केंद्रों पर नई इलायची की आवक अच्छी हो रही है लेकिन बोल्ड क्वालिटी (आठ-एमएम) के मालों की आवक सीमित मात्रा में है जबकि इसमें निर्यातकों के साथ घरेलू मांग अच्छी है। इसीलिए इसकी कीमतों में तेजी बनी हुई है। नीलामी केंद्रों पर बुधवार को बोल्ड क्वालिटी की इलायची के भाव बढ़कर 940 से 950 रुपये प्रति किलो हो गए।
इलायची कारोबारी एम रुबारल ने बताया कि नीलामी केंद्रो पर इलायची की साप्ताहिक आवक बढ़कर चार लाख किलो की हो गई है लेकिन इसमें बोल्ड क्वालिटी के मालों की आवक केवल पांच से सात फीसदी ही है। जबकि इस समय बोल्ड क्वालिटी में घरेलू मांग के साथ ही निर्यातकों की मांग भी अच्छी है। इसीलिए सप्ताहभर में इसकी कीमतों में 25 से 30 रुपये प्रति किलो की तेजी आई है। उन्होंने बताया कि मध्य जुलाई के बाद बोल्ड क्वालिटी की इलायची की आवक बढ़ेगी इसलिए मौजूदा कीमतों में और भी 25 से 50 रुपये प्रति किलो की तेजी आने का अनुमान है।
इलायची के थोक कारोबारी अषोक पारिख ने बताया कि चालू सीजन में इलायची की पैदावार पिछले साल के लगभग बराबर 24,000 से 25,000 टन होने का अनुमान है। विष्व बाजार में भारतीय इलायची के भाव 11 से 15.5 डॉलर प्रति किलो हैं जबकि ग्वाटेमाला की इलायची का औसत भाव 7 से 11 डॉलर प्रति किलो है। ग्वाटेमाला के पास बोल्ड क्वालिटी की इलायची का स्टॉक सीमित मात्रा में है। ऐसे में आगामी दिनों में नीलामी केंद्रों पर आवक तो बढ़ेगी, लेकिन त्यौहारी और निर्मात मांग को देखते हुए भाव में गिरावट की उम्मीद कम है। उन्होंने बताया कि वित वर्ष 2015-16 में भी देष से इलायची के निर्यात में बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
नीलामी केंद्रों पर बुधवार को 8 एम एम की इलायची का भाव बढ़कर 940 से 950 रुपये और 7 एम एम की इलायची का भाव 790 से 810 रुपये प्रति किलो रहा। 6.5 एम एम की इलायची का भाव 620 से 940 रुपये प्रति किलो रहा। नीलामी केंद्रों पर बुधवार को 19,924 किलो इलायची की आवक हुई तथा भाव 679 से 935 रुपये प्रति किलो रहे।
भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार वित वर्ष 2014-15 में 3,795 टन इलायची का निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित वर्ष में 3,600 टन का निर्यात हुआ था। मसाला बोर्ड ने निर्यात का लक्ष्य 3,000 टन का रखा था।
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