आर एस राणा
नई दिल्ली। मूंगफली दाने में निर्यात मांग अच्छी बनी हुई है जबकि उत्पादक मंडियों में दैनिक आवक कम हो गई है। चालू वित वर्ष के पहले महीने अप्रैल में मूंगफली दने का निर्यात बढ़कर 50,577 टन का हो गया। ऐसे में आगामी दिनों में मूंगफली की कीमतों में तेजी ही आने का अनुमान है।
एपीडा के अनुसार चालू वित वर्ष 2015-16 के पहले महीने अप्रैल में देष से मूंगफली दाने का निर्यात बढ़कर 50,577 टन का हुआ है जबकि पिछले साल अप्रैल महीने में 48,545 टन का निर्यात हुआ था। वाणिज्य एवं उद्योग मत्रालय के अनुसार मूल्य के हिसाब से अप्रैल 2015 में मूंगफली दाने के निर्यात में 30.37 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 371.20 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित वर्ष की समान अवधि में 284.73 लाख टन मूल्य का मूंगफली दाने का निर्यात हुआ था।
मूंगफली कारोबारी समीर भाई षाह ने बताया कि उत्पादक मंडियों में हल्दी की दैनिक आवक घटकर 20 से 25 हजार बोरी (एक बोरी-35 किलो) रह गई है जबकि नई फसल आने में चार-पांच माह का समय बचा हुआ है। मूंगफली दाने के साथ ही तेल में मांग अच्छी है जिससे भाव में तेजी आने का अनुमान है। उत्पादक मंडियों में खरीफ सीजनकी मूंगफली के भाव 4,500 रुपये और रबी सीजन की मूंगफली के भाव 6,000 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। मूंगफली तेल का भाव मंडियों में 1,000 रुपये प्रति 10 किलो है।
कृषि मंत्रालय के तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2014-15 के रबी और खरीफ सीजन को मिलाकर मूंगफली की कुल पैदावार घटकर 66.48 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि फसल सीजन 2013-14 में देष में 97.14 लाख टन की पैदावार हुई थी। रबी सीजन में मूंगफली की पैदावार 15.91 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल रबी में इसकी पैदावार 16.56 लाख टन की हुई थी। देष में मूंगफली की प्रमुख पैदावार खरीफ सीजन में होती है तथा फसल सीजन 2014-15 में प्रतिकूल मौसम खरीफ में मूंगफली की पैदावार घटकर 50.57 लाख टन की ही हुई थी जबकि खरीफ 2013-14 में पैदावार 80.58 लाख टन की हुई थी।......आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें