केंद्र सरकार राज्यों को बेचेगी चना और अरहर
आर एस राणा
नई दिल्ली। सुखे से निपटने के लिए केंद्र सरकार सजग हो गई है। कृषि मंत्री राधा मोहन के नेतृत्व में षुक्रवार को सभी संबंधित मंत्रालय के आला अधिकारियों की बैठक बुलाई गई। बैठक के बाद कृषि मंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार सूखे से निपटने के लिए हर कदम उठा रही है। किसानों को बीज, डीजल और बिजली पर सब्सिडी दी जायेगी।
उन्होंने कहा कि चालू खरीफ में मानसूनी बारिष सामान्य से कम होने की आषंका है लेकिन इससे घबराने की जरुरत नहीं हैं क्योंकि सभी राज्यों में जलाषयों में पानी की स्थिति काफी अच्छी है, साथ ही केंद्र सरकार ने सूखे से निपटने के लिए राज्य सरसों के साथ मिलकर 588 जिलों को चिहिंत किया है। इन जिलों में विषेष अभियान चलाया जायेगा।
भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) ने चालू खरीफ में 88 फीसदी बारिष होने की भविष्यवाणी की है जबकि इससे पहले मौसम विभाग ने 22 अप्रैल को 93 फीसदी बारिष का अनुमान जताया था। जो पहले ही सामान्य से कम था। अब ताजा आंकड़े पहले के अनुमान से भी 5 फीसदी नीचे है। सराकर ने बारिष का अनुमान घटाकर 88 फीसदी कर दिया है इसमें 4 फीसदी कम या ज्यादा हो सकती है।
कृषि मंत्री ने कहा देष में खाद्यान्न का पर्याप्त भंडार है साथ ही सूखे से प्रभावित जिलों में किसानों को कम अवधि में पकने वाले बीज महुैया कराये जायेंगे, इसके अलावा किसानों को बीजों के साथ ही डीजल और बिजली पर भी सब्सिडी प्रदान की जायेगी, इससे खाद्यान्न पैदावार ज्यादा प्रभावित नहीं होगी। केंद्रीय पूल में पहली मई को 511.72 लाख टन का खाधान्न का स्टॉक मौजूद था, इसमें 341.27 लाख टन गेहूं और 170.45 लाख टन चावल है। मई महीने में हुई खाद्यान्न की खरीद इसमें षामिल नहीं है।
भारत सरकार के कृषि सचिव सिराज हुसैन ने बताया कि केंद्र सरकार के पास चना और अरहर का स्टॉक जमा है जिसको बेचने के लिए हमनें राज्यों सरकारों को पत्र लिखा है। उन्होंने बताया कि अभी तक दो राज्य तेलंगाना और तमिलनाडु ने चना और अरहर की खरीदने की हामी भरी है।.........आर एस राणा
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