आर एस राणा
नई दिल्ली। निर्यातकों की अच्छी मांग से प्याज की कीमतों में घरेलू बाजार में आई तेजी से हलकान केंद्र सरकार ने न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) में 175 डॉलर की बढ़ोतरी कर एमईपी 425 डॉलर प्रति टन तय कर दिया है। इससे घरेलू बाजार में प्याज की कीमतों में गिरावट आने का अनुमान है।
देष की मंडियों में प्याज की कीमतों में तीन महीने से तेजी बनी हुई है। चालू महीने में देषभर की मंडियों में प्याज का औसत भाव बढ़कर 973 से 1,936 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। जबकि मई 2015 में प्याज का औसत भाव 866 से 1,620 रुपये प्रति क्विंटल था। इसके पहले अप्रैल 2015 में देषभर की मंडियों में प्याज का औसत भाव 800 से 1,440 रुपये प्रति क्विंटल था।
सूत्रों के अनुसार मार्च 2015 में देष से 1,15,629 टन प्याज का निर्यात हुआ है जबकि फरवरी 2015 में केवल 81,769 टन प्याज का निर्यात हुआ था। मार्च 2014 में देष से 1,00,000 टन प्याज का निर्यात हुआ था। हालांकि वित वर्ष 2014-15 में प्याज के कुल निर्यात में पिछले साल की तुलना में कमी आई है। वित वर्ष 2014-15 में देष कुल 10,86,071 टन प्याज का निर्यात हुआ है जबकि वित वर्ष 2013-14 में 13,58,193 टन प्याज का निर्यात हुआ था। अभी तक प्याज का एमईपी 250 डॉलर प्रति टन तय था।
कृषि मंत्रालय के आंरभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2014-15 में देष में 11.92 लाख हैक्टेयर में प्याज की बुवाई हुई थी तथा इसकी पैदावार घटकर 193.57 लाख टन होने का अनुमान है। फसल सीजन 2013-14 में देषा में 12.03 लाख हैक्टेयर में प्याज की बुवाई हुई थी तथा पैदावार 194.01 लाख टन की हुई थी। देष में प्याज की सबसे ज्यादा पैदावार महाराष्ट्र, बिहार, कर्नाटका, गुजरात, आंध्रप्रदेष, उत्तर प्रदेष, उड़ीसा और मध्य प्रदेष में होती है। जानकारों के अनुसार मार्च-अप्रैल महीने में हुई बेमौसम बारिष और ओलावृष्टि से भी प्याज की फसल का नुकसान हुआ था जिसकी वजह से उपलब्धता पिछले साल की तुलना में कम है।.....आर एस राणा
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