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25 जून 2015

मध्य प्रदेष में 50 फीसदी हो चुकी है सोयाबीन की बुवाई - सोपा


आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में अभी तक हुई बारिष से मध्य प्रदेष में सोयाबीन की बुवाई 50 फीसदी क्षेत्रफल में पूरी हो चुकी है। कपास की कीमतें चालू सीजन में कम रही है ऐसे में राज्य में सोयाबीन के बुवाई क्षेत्रफल मं पांच से सात फीसदी की बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएषन ऑफ इंडिया (सोपा) के प्रवक्ता राजेष अग्रवाल ने बताया कि राज्य के प्रमुख सोयाबीन उत्पादक क्षेत्रों में अभी तक चालू खरीफ में अच्छी बारिष हुई है जिससे इसकी बुवाई लगभग 50 फीसदी क्षेत्रफल में पूरी हो चुकी है। उन्होंने बताया कि चालू सीजन में कपास के भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे आ गए थे ऐसे में किसान सोयाबीन की बुवाई को तरजीह दे रहे हैं। ऐसे में चालू खरीफ सीजन में मध्य प्रदेष में सोयाबीन के बुवाई क्षेत्रफल में पांच से सात फीसदी की बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
उन्होंने बताया कि मौसम अनुकूल रहा तो अगले दस-पंद्रह दिनों में राज्य में सोयाबीन की बुवाई पूरी हो जायेगी। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार मध्य प्रदेष में चालू खरीफ में अभी तक सामान्य से 52 फीसदी ज्यादा बारिष हुई है। फसल सीजन 2014-15 में राज्य में मानसूनी कमजोर रहने से सोयाबीन की बुवाई 55.4 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी जोकि इसके पिछले साल के 62.6 लाख टन से कम थी।
सोयाबीन कारोबारी हेंमत जैन ने बताया कि गुरुवार को इंदौर में प्लांट डिलीवरी सोयाबीन के भाव 3,475 से 3,500 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा मंडियों में इसके भाव 3,400 से 3,440 रुपये प्रति क्विंटल रहे। कोटा मंडी में सोयाबीन के भाव 3,300 से 3,500 रुपये और लातूर मंडी में 3,490 रुपये प्रति क्विंटल रहे। इंदौर में सोया खली के भाव 30,300 रुपये और कोटा में 30,400 रुपये प्रति टन रहे। सोया रिफाइंड तेल का भाव इंदौर में 600-605 रुपये प्रति 10 किलो रहा। सोया खली में निर्यात मांग कम होने से सोयाबीन की कीमतों में गिरावट बनी हुई। गुरुवार को उत्पादक मंडियों में सोयाबीन की कीमतों में 25 से 50 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई।
कृषि मंत्रालय के तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2014-15 में देष में सोयाबीन की पैदावार घटकर 107.05 लाख टन की हुई थी जबकि इसके पिछले साल इसकी पैदावार 118.61 लाख टन की हुई थी।....आर एस राणा

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