आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू सीजन में गुड़ का स्टॉक 2 लाख कट्टे (एक कट्टा-40 किला) घटकर केवल 8.5 लाख कट्टों का ही हुआ है लेकिन चीनी की कीमतें नीची होने के कारण गुड़ की कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है। वैसे भी मध्य जून के बाद कर्नाटक और महाराष्ट्र में नए गुड़ की आवक षुरू हो जायेगी, जिससे उपलब्धता बनी रहेगी।
गुड़ फैडरेषन ऑफ ट्रेडर्स के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रमुख उत्पादक मंडी मुजफ्फरनगर में चालू सीजन में अभी तक 8.5 लाख कट्टे गुड़ का स्टॉक ही हो पाया है जबकि पिछले साल की समान अवधि के 11.5 लाख कट्टे से 2 लाख कट्टे कम है। गर्मी ज्यादा होने के कारण उत्तर प्रदेष में गुड़ का उत्पादन बंद हो गया है इसलिए उत्पादक मंडियों में आवक नहीं के बराबर हो रही है। ऐसे में गुड़ का कुल स्टॉक तो पिछले साल से कम रहेगा, लेकिन चीनी की कीमतें गुड़ से काफी नीचे बनी हुई है इसलिए गुड़ की कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है।
गुड़ के थोक कारोबारी मांगीदाल मुंदड़ा ने बताया कि मुजफ्फनगर मंडी में गुड़ चाकू का भाव 1,000 से 1,010 रुपये, गुड़ पेड़ी के भाव 980 से 1,000 रुपयेे और रसकट गुड़ के भाव 1,000 से 1,020 रुपये प्रति 40 किलो चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि पिछले साल गुड़ स्टॉकिस्टों को भारी घाटा उठाना पड़ा था जिसकी वजह से इस बार स्टॉकिस्टों ने स्टॉक कम किया है। उन्होंने बताया कि गुड़ के मुकाबले चीनी के दाम 300 से 400 रुपये प्रति क्विंटल नीचे बने हुए हैं तथा चीनी की उपलब्धता ज्यादा होने से अभी भावों में तेजी की संभावना भी नहीं है। ऐसे में गुड़ की तेजी-मंदी भी चीनी की कीमतों पर निर्भर करेगी।
गुड़ व्यापारी देषराज ने बताया कि मध्य जून के बाद महाराष्ट्र में पूना लाईन में नए गुड़ का उत्पादन षुरु हो जायेगा जबकि कर्नाटक में 20 जून के बाद नए गुड़ की आवक बनेगी। ऐसे में नए गुड़ की उपलब्धता बराबर बनी रहेगी। दिल्ली में गुड़ चाकू के भाव 2,900 से 3,000 रुपये और लड्डू के भाव 3,000 से 3,100 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं।.......आर एस राणा
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