नई दिल्ली November 01, 2010
घी, मावे में मिलावट के मामले पकड़े जाने का असर इसके कारोबार पर दिखने लगा है। कारोबारियों का कहना है कि त्योहारी सीजन खासतौर पर दीवाली के अवसर पर दुग्ध उत्पादों की बिक्री और दाम दोनों में इजाफा होता है, लेकिन मिलावट की खबरों के कारण इस बार इनकी बिक्री में 25 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की जा रही है। वहीं पिछले एक माह से घी की कीमतें स्थिर बनी हुई है। कारोबारियों का कहना है कि दीवाली पर उपहार के तौर पर लोग अब मिठाई की जगह ड्राईफ्रूट जैसे अन्य विकल्पों को अधिक तरजीह दे रहे है। इस वजह से घी और मावे की मांग लगातार घट रही है।पाल हर्बल देसी के मालिक और खारी बावली सर्व व्यापार मंडल के चेयरमैन मृदुल राजीव बत्रा ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा कि दीवाली के अवसर पर मिठाई निर्माताओं की ओर घी की जबरदस्त मांग रहती है, लेकिन अब इसमें मिलावट की खबरें मीडिया में आने के बाद से वे घी खरीदने से परहेज करने लगे हैं। इस वजह से घी के कारोबार में कमी देखी जा रही है। उनका कहना है कि दीवाली के मौके पर मिठाई निर्माताओं के अलावा आम ग्राहक भी मिठाई बनाने के लिए घी खरीदते है, उनकी ओर से भी मांग कम है।बकौल बत्रा मिलावट की खबरों की वजह से लोग अब दिवाली पर उपहार के तौर पर मिठाई की जगह ड्राईफ्रूट आदि पर अधिक ध्यान देने लगे है, जिससे घी मांग घटी है। मिठाई देते भी है तो बीकानेर, नत्थू स्वीट जैसे ब्रांडेड निर्माताओं की। एक अन्य घी कारोबारी संजय कुमार भी मिलावट की वजह से घी की मांग घटने से इत्तेफाक रखते हैं। उनका कहना है कि पिछले- तीन चार माह के दौरान इसकी बिक्री में 50 फीसदी से अधिक गिरावट आ चुकी है, जिससे इसका स्टॉक भी काफी है। बिक्री घटने से घी की कीमतों में स्थिरता का रुख है। प्लांट वाले घी के दाम पिछले एम माह से 3,000-3,050 रुपये देसी घी के दाम 3,900 रुपये प्रति टिन (15 किलोग्राम) के भाव पर स्थिर बने हुए है।उधर, खारी बावली के ही मावा (खोया) कारोबारी महेंद्र कुमार का कहना है मावा में मिलावट की खबरों के कारण दिवाली के मौके पर इसकी बिक्री पिछली दिवाली से कम चल रही है। उनका कहना है कि मावा में मिलावट के मामले पकड़े जाने के बाद ग्राहक मावे की खरीदारी करने में सतर्कता बरत रहे हैं। कुमार के अनुसार मावे की कीमतों में कीमतों में तेजी तो आई, लेकिन बीते वर्षो के मुकाबले यह कम रही है। मावे के भाव फिलहाल 150-200 रुपये प्रति किलो चल रहे हैं। (BS Hindi)
02 नवंबर 2010
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