नई दिल्ली November 09, 2010
जौ की मांग बढऩे का असर इसकी कीमतों पर देखा जा रहा है। पिछले एक माह के दौरान जौ की कीमतों में 60-70 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आ चुकी है। कारोबारियों का कहना है कि माल्ट उद्योग की अधिक खरीदारी के कारण जौ की मांग बढ़ी है। उनके मुताबिक मंडियों में जौ की आवक कम होने से भी कीमतों में तेजी को बल मिला है और आने वाले दिनों में भाव तेज रहने की संभावना है।एक माह के दौरान राजस्थान की जयपुर मंडी में जौ के दाम 70 रुपये बढ़कर 1100-1160 रुपये प्रति क्विंटल, हरियाणा की रेवाड़ी मंडी में इसके दाम 80 रुपये बढ़कर 1200-1250 रुपये प्रति क्विंटल और उत्तर प्रदेश की दादरी मंडी में इसके बढ़कर 1120-1170 रुपये प्रति क्विंटल हो चुके हैं। जौ कारोबारी सुताराम ने बताया कि इन दिनों माल्ट उद्योग की ओर से जौ की मांग अच्छी चल रही है। इस कारण जौ कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। इस बारे में जयपुर मंडी के जौ कारोबारी के.जी. झालानी ने कहा कि मंडियों में जौ की आवक कम हो रही है। इस वजह से भी इसके दाम बढ़े हैं। उनका कहना है कि जयपुर मंडी में महज 100 बोरी जौ की आवक हो रही है। कम आवक के बारे में झालानी का कहना है कि दिवाली का त्योहार होने के कारण इसकी आवक कम है। कारोबारियों का कहना है कि उत्पादन घटने के कारण देश में जौ का स्टॉक भी कम बचा है। भारतीय कृषि मंत्रालय से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2009-10 में 13 लाख टन जौ का उत्पादन हुआ है, वर्ष 2008-2009 में 16.90 लाख टन जौ का उत्पादन हुआ था। (BS Hindi)
10 नवंबर 2010
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