अहमदाबाद November 21, 2010
अरंडी पर अपनी नजरें बनाए रखने के अलावा कोटक प्रवर्तित एस डेरिवेटिव्स ऐंड कमोडिटी एक्सचेंज लिमिटेड धातु व ऊर्जा क्षेत्र में भी प्रवेश करने जा रहा है यानी यह एक्सचेंज जल्दी ही धातु व ऊर्जा वायदा लॉन्च करेगा। देश का पांचवां सबसे बड़ा राष्ट्रीय जिंस एक्सचेंज अगले छह महीने में 12 जिंसों में वायदा अनुबंध पेश करेगा।एक्सचेंज के सीईओ दिलीप भाटिया ने कहा - हम धातु, ऊर्जा और कृषि जिंसों में अनुबंध पेश करेंगे। हालांकि अरंडी हमारे एक्सचेंज का बेंचमार्क जिंस बन जाएगा। उन्होंने कहा कि इस एक्सचेंज में रोजाना अरंडी में 15-20 करोड़ रुपये का कारोबार हो रहा है और यह सबसे ज्यादा है।मौजूदा समय में करीब 60 लोग इस एक्सचेंज के सदस्य हैं और एक्सचेंज ने इनके लिए न्यूनतम जमा राशि 8 लाख रुपये से घटाकर 2 लाख रुपये कर दी है और सालाना सब्सक्रिप्शन 5000 रुपये। साथथही लॉक इन पीरियड को भी तीन साल से घटाकर तीन महीने कर दिया है। क्षेत्रीय एक्सचेंज (अहमदाबाद कमोडिटी एक्सचेंज) से राष्ट्रीय एक्सचेंज के रूप में तब्दील होने वाले इस एक्सचेंज ने वायदा बाजार नियामक एफएमसी के पास गैर-कृषि जिंसों मसलन क्रूड, सोना और बुलियन में कारोबार करने की अनुमति की बाबत आवेदन किया है। भाटिया ने कहा कि पिछले साल अक्टूबर में करीब 150 करोड़ रुपये के कारोबार के मुकाबले इस साल हमारे एक्सचेंज का कारोबार 200 करोड़ रुपये को पार कर गया है। (BS Hindi)
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