24 नवंबर 2010
मंडियों में धीमी आवक से चावल हुआ महंगा
ज्यादातर गैर बासमती यानि सामान्य चावल की सरकारी केंद्रों पर ज्यादा बिक्री होने के कारण मंडियों में आवक हल्की चल रही है। इस वजह से इसकी कीमतों में पिछले 15 दिनों में करीब 100 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आ चुकी है। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और पश्चिम बंगाल में गैर-बासमती चावल की फसल आने लगी है जबकि बिहार में नई फसल की आवक दिसंबर महीने के प्रथम सप्ताह में बनने की संभावना है। लेकिन ज्यादातर चावल सरकारी केंद्रों पर बिक्री के लिए किसान ले जा रहे हैं। चालू सीजन में उत्पादन पिछले साल से ज्यादा होने की संभावना है इसीलिए मौजूदा कीमतों में और तेजी की संभावना नहीं है। सुल्तानिया एंड संस के पार्टनर राजेश सुलतानिया ने बताया कि मांग बढऩे से पिछले पंद्रह दिनों में गैर-बासमती चावल की कीमतों में करीब 100 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आ चुकी है। दिल्ली बाजार में शुक्रवार को परमल सेला का भाव 1,950-2,000 रुपये, परमल वंड का भाव 2,150-2,200 रुपये प्रति क्विंटल और आईआर-8 चावल का भाव 1,550-1,650 रुपये प्रति क्विंटल हो गया। दिसंबर महीने में बिहार में नई फसल की आवक शुरू हो जायेगी इसीलिए परमल चावल की मौजूदा कीमतों में और तेजी की संभावना नहीं है। खुरानिया एग्रो के डायरेक्टर रामनिवास अग्रवाल ने बताया कि हरियाणा और पंजाब में परमल की कुल आवक का करीब 80 से 90 फीसदी धान सरकारी एजेंसियां खरीद रही है। मंडियों में परमल धान की आवक भी पहले की तुलना में कम हो गई है तथा इस समय पूसा-1121 और बासमती धान की आवक ज्यादा हो रही है। उत्पादक मंडियों में परमल धान का भाव 1,030 से 1,050 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है। हरियाणा की करनाल मंडी में परमल सेला का भाव 1,900-1,950 रुपये और परमल वंड का भाव 2,100 से 2,150 रुपये प्रति क्विंटल है। चावल के थोक कारोबारी पवन अग्रवाल ने बताया कि उत्तर प्रदेश की मंडियों में आईआर-8 धान का भाव 950 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है जबकि चावल का भाव 1,450-1,550 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है। उधर, बिहार में मोटे धान की आवक दिसंबर महीने के प्रथम सप्ताह में बनने की संभावना है। पश्चिम बंगाल की मंडियों में मंसूरी धान का भाव 1,000 से 1,050 रुपये प्रति क्विंटल और चावल का भाव 1,650-1,750 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है। रुद्रपुर मंडी में परमल धान का भाव 1,000 रुपये प्रति क्विंटल और चावल का भाव 1,750 से 1,850 रुपये प्रति क्विंटल है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के अनुसार चालू विपणन सीजन में चावल की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद पिछले साल की तुलना में आठ फीसदी कम हुई है। चालू सीजन में अभी तक 102.84 लाख टन चावल की ही खरीद हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी खरीद 111.78 लाख टन की हो चुकी थी। कृषि मंत्रालय के आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू खरीफ में चावल का उत्पादन पिछले साल के 759.1 लाख टन से बढ़कर 804.1 लाख टन होने का अनुमान है। बात पते की - चालू सीजन में उत्पादन पिछले साल से ज्यादा होने की संभावना है इसीलिए मौजूदा कीमतों में और तेजी की संभावना नहीं है। (Business Bhaskar......R S Rana)
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