मुंबई November 03, 2010
देश के दूसरे सबसे बड़े कमोडिटी एक्सचेंज नैशनल कमोडिटी ऐंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (एनसीडीईएक्स) ने बुधवार को कृषि सूचकांक 'धान्या' लॉन्च करने की घोषणा की। इसका उद्देश्य कृषि जिंसों में कारोबार करने वाले निवेशकों के लिए भरोसेमंद बेंचमार्क उपलब्ध कराना है। 'धान्या' का अर्थ है समृद्घि। इसके तहत 10 द्रव कृषि जिंसों के लिए मुद्रा मंच मुहैया कराया गया है। इसके मूल रूप से दो घटक हैं। प्रत्येक जिंस का आधा वेटेज देश के कुल उत्पादन को व्यक्त करता है। वहीं, दूसरा आधा भाग मुद्रा मंच पर तरलता के कारकों को दर्शाता है। प्रत्येक जिंस का वेटेज राष्ट्रीय आर्थिक महत्व और मुद्रा मंच पर व्यापार के परिमाण के आधार पर बदलता रहेगा। एनसीडीईएक्स के प्रबंध निदेशक व सीईओ आर रामशेषन ने बताया कि हमने सूचकांक को इस प्रकार तैयार किया है ताकि इसमें बेहतर प्रदर्शन वाले नए जिंसों को समायोजित और कमजोर प्रदर्शन वाले जिंसों को बाहर किया जा सके। उन्होंने बताया कि जिंसों के प्रदर्शन का मूल्यांकन तीन महीने में किया जाएगा। फिलहाल इस सूचकांक में स्थान पाने वाले जिंस हैं- गेहूं (27.63 प्रतिशत), ग्वार (16.91 प्रतिशत), चना (12.78 प्रतिशत), सरसों (11.09 प्रतिशत), सोयाबीन (10.23 प्रतिशत), हल्दी (6.88 प्रतिशत), काली मिर्च (4.69 प्रतिशत), जीरा (3.86 प्रतिशत), गुड़ (3.34 प्रतिशत) और कपास खली (2.56 प्रतिशत)।ये दस जिंस मुद्रा मंच पर कुल व्यापार का लगभग 75 प्रतिशत भाग को व्यक्त करेंगे। यह सूचकांक निकट महीने के अनुबंध व्यापार को व्यक्त करेगा। मौजूदा अनुबंध की समाप्ति के बाद वस्तु को अगले महीने के अनुबंध के लिए भेजा जाएगा। रामसेशन ने बताया कि यह सूचकांक उन जिंसों का प्रतिनिधित्व करता है जिसका उत्पादन, उपभोग और बेंचमार्क मूल्य भारत में तय किया जाता है। 1 अक्टूबर, 2010 को 1,000 आधार अंक के साथ यह सूचकांक 3 नवंबर को 1,035 अंक पर कारोबार कर रहा था। (BS Hindi)
04 नवंबर 2010
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