16 नवंबर 2010
प्याज की तेजी रोकने के लिए एमईपी 150 डॉलर बढ़ाया
प्याज की कीमतों में आई भारी तेजी को रोकने के लिए सरकार ने न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) में 150 डॉलर की बढ़ोतरी कर दी है। इस बढ़ोतरी के साथ अब प्याज का न्यूनतम निर्यात मूल्य 525 डॉलर प्रति टन हो गया है। सरकार ने यह कदम घरेलू बाजार में बढ़ रही कीमतों के मद्देनजर उठाया है। फुटकर में प्याज के दाम बढ़कर 38-40 रुपये प्रति किलो हो गए हैं। भारतीय राष्ट्रीय सहकारी विपणन संघ (नेफेड) के मैनेजिंग डायरेक्टर (अतिरिक्त प्रभार) संजीव चोपड़ा ने सोमवार को दिल्ली में पत्रकारों को बताया कि नेफेड और नेशनल कॉआपरेटिव कंजूमर्स फैडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनसीसीएफ) अपने स्टोर और मोईबाल वैन से 25 रुपये प्रति किलो की दर से प्याज की बिक्री शुरू करेंगे। यह बिक्री 16 नवंबर से शुरू की जाएगी। मालूम हो कि नवंबर महीने के दौरान सरकार ने प्याज के एमईपी में 50 डॉलर की कमी की थी। उन्होंने बताया कि चालू महीने में दस नवंबर तक 14,970 टन प्याज के निर्यात सौदे हो चुके हैं। 30 नवंबर को फिर से स्थिति की समीक्षा की जायेगी तथा उसी के आधार पर न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) में बढ़ोतरी या कमी की जायेगी। महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्रप्रदेश में मौसम खराब होने से करीब 10 फीसदी प्याज की फसल को नुकसान हुआ है। चालू वित्त वर्ष में अभी तक 10.27 लाख टन प्याज का निर्यात हो चुका है जबकि पिछले साल अप्रैल से अक्टूबर के दौरान 12.99 लाख टन प्याज का निर्यात हुआ था। वर्ष 2010-11 में रबी और खरीफ में मिलाकर प्याज का उत्पादन 130 लाख टन होने का अनुमान है जोकि पिछले साल के 121.7 लाख टन से ज्यादा है। आजादपुर मंडी में प्याज के थोक कारोबारी पी एम शर्मा ने बताया कि दिल्ली में प्याज की दैनिक आवक घटकर 50 हजार कट्टें (एक कट्टा-40 किलो) ही रह गई है जबकि मांग अच्छी होने से थोक में कीमतें बढ़कर 20 से 30 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई हैं।बात पते कीचालू वित्त वर्ष में अभी तक १०.२७ लाख टन प्याज का निर्यात किया गया है। जबकि पिछले साल अप्रैल-से अक्टूबर के दौरान १२.९९ लाख टन प्याज का निर्यात किया गया था। वर्तमान नवंबर माह में १० तारीख तक १४,९७० टन प्याज निर्यात के सौदें हो चुके हैं। (Business Bhaskar......R S Rana)
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