November 17, 2010
सोने का भाव आसमान पर पहुंचने के बावजूद शादी-ब्याह के मौसम में लोग गहने और जेवरात खरीदने से चूक नहीं रहे हैं। लेकिन गहनों के दाम पिछले साल के मुकाबले ज्यादा होने के कारण वे कम वजन के जेवर खरीदने पर जोर दे रहे हैं। इसलिए आभूषण विक्रेता भी कम वजन के गहनों के जरिये ग्राहकों को लुभा रहे हैं।आभूषण कारोबारियों का यह भी कहना है कि मंदी छंटने और आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर होने की वजह से लोग गहनों में पैसा लगा रहे हैं। इसके अलावा शादी-ब्याह के बहाने वे सोने में निवेश से भी नहीं चूक रहे हैं। इसलिए शादियों के सीजन को भुनाने के लिए कारोबारियों ने भी कमर कस ली है।दिल्ली बुलियन ऐंड ज्वैलर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष और आभूषण कारोबारी विमल कुमार गोयल ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि पिछले साल इसी वक्त सोने का भाव 16,500 रुपये के करीब था, जो अब 20,000 रुपये का आंकड़ा लांघ चुका है। इसके बावजूद कारोबार में कमी नहीं दिख रही है। वह कहते हैं, 'दीवाली पर भी इस बार कारोबार में 20 फीसदी का इजाफा रहा। लेकिन ग्राहक वजन के मामले में चौकस हो गए हैं। अब वे हल्के गहनों को तरजीह दे रहे हैं। मसलन 50 ग्राम वजन के नेकलेस के बजाय 30 या 40 ग्राम का सोने का नेकलेस खरीदा जा रहा है।'चांदनी चौक स्थित शिवम ज्वैलर्स के मोहित अग्रवाल भी इस बात से इत्तफाक रखते हैं। वह कहते हैं कि आमतौर पर ग्राहक बजट के हिसाब से ही गहने खरीदता है। अगर शादी में गहने खरीदने के लिए किसी ने 10 लाख रुपये का बजट रखा है तो इतना पैसा वह खर्च जरूर करेगा। हां, अब वह कम वजन के गहने लेगा। निवेश के लिहाज से भी ग्राहक गहनों की तरफ मुड़ रहे हैं।'ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष शीलचंद जैन बताते हैं कि महंगाई की वजह से ग्राहक हीरे के गहनों में भी समझौता करने को तैयार हैं। उन्होंने बताया कि हीरे के गहनों की मांग तो बाजार में खूब है, लेकिन कारोबारी सस्ते गहनों पर ही जोर दे रहे हैं। ग्राहकों के बजट को देखते हुए 18 कैरट के बजाय 14 या 12 कैरट की डायमंड ज्वैलरी बाजार में छाई है। ग्राहक भी उसे हाथोहाथ ले रहे हैं क्योंकि वह अपेक्षाकृत सस्ती है।गोयल ने बताया कि आभूषण कारोबारियों को इस बार पिछले साल के मुकाबले 10 फीसदी ज्यादा बिक्री होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि आर्थिक हालत अच्छी होने के कारण और सोने का भाव आगे और बढऩे के अंदेशे में इस बार खरीदारी तेज है। (BS Hindi)
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