09 नवंबर 2010
निर्यातकों की मांग से जारी रहेगी केस्टर सीड की तेजी
पैदावार में बढ़ोतरी की संभावना के बावजूद निर्यातकों की मांग से केस्टर सीड की कीमतों में तेजी बनी हुई है। चालू सीजन में केस्टर सीड की पैदावार में 25 फीसदी की बढ़ोतरी होने की संभावना है। आंध्र प्रदेश में नई फसल की आवक शुरू हो चुकी है तथा दिसंबर में गुजरात और राजस्थान में भी नई फसल की आवक शुरू हो जाएगी। लेकिन चीन और अन्य देशों को भारी मांग से पिछले पंद्रह दिनों में केस्टर सीड की कीमतों में करीब 8.5 फीसदी की तेजी आ चुकी है। उद्योग सूत्रों के अनुसार वर्ष 2010-11 में केस्टर सीड का उत्पादन बढ़कर 12.5 लाख टन होने का अनुमान है जबकि वर्ष 2009-10 में उत्पादन 10 लाख टन का हुआ था। चालू सीजन में बुवाई क्षेत्रफल में तो बढ़ोतरी हुई ही है, साथ ही मौसम भी फसल के अनुकूल रहा है। साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन (एसईए) के अनुसार केस्टर सीड के बुवाई क्षेत्रफल में 15 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। वर्ष 2009-10 में देश में केस्टर सीड की बुवाई 7.63 लाख हैक्टेयर में हुई थी जबकि चालू सीजन में बुवाई बढ़कर 8.87 लाख हैक्टेयर में हुई है। चीन और यूरोप की मांग बढऩे से केस्टर तेल का निर्यात बढ़ा है। चालू सीजन में अभी तक केस्टर तेल का करीब 2.85 लाख टन का निर्यात हो चुका है जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले करीब 15 हजार टन ज्यादा है। आंध्र प्रदेश में नई फसल की आवक शुरू हो चुकी है तथा दिसंबर में गुजरात और राजस्थान में भी नई फसल की आवक शुरू हो जाएगी। लेकिन निर्यातकों ने अगाऊ सौदे ज्यादा मात्रा में किए हुए हैं। इसीलिए नवंबर में मौजूदा कीमतों में गिरावट की संभावना तो नहीं है। लेकिन दिसंबर में आवक बढऩे पर कीमतों में गिरावट बन सकती है।गुजरात की उत्पादक मंडियों में केस्टर सीड की कीमतों में पिछले 15 दिनों में करीब 300 रुपये की तेजी आकर भाव 3,800-3,850 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। उधर आंध्र प्रदेश की मंडियों मेें इस दौरान भाव बढ़कर 3,300 से 3,400 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। गुजरात के मुकाबले आंध्र प्रदेश के मालों में तेल की मात्रा करीब चार फीसदी कम होती है। इसीलिए गुजरात में केस्टर सीड का दाम आंध्र प्रदेश के मुकाबले ज्यादा होता है। पिछले पंद्रह दिनों में केस्टर तेल की कीमतों में 50 रुपये की तेजी आकर भाव 795 रुपये प्रति 10 किलो हो गए। गुजरात की मंडियों में केस्टर सीड की दैनिक आवक मात्र दो से ढाई हजार बोरी की हो रही है जबकि आंध्र प्रदेश की मंडियों में दैनिक आवक 20 हजार बोरी की हो रही है। नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड (एनसीडीईएक्स) में निवेशकों की खरीद से पिछले पंद्रह दिनों में केस्टर सीड की कीमतों में 5.9 फीसदी की तेजी आ चुकी हैं। 20 अक्टूबर को दिसंबर महीने के वायदा अनुबंध में केस्टर सीड का भाव 3,345 रुपये प्रति क्विंटल था जबकि शनिवार को भाव बढ़कर 3,545 रुपये प्रति क्विंटल हो गया।- आर.एस. राणा rana@businessbhaskar.netबात पते कीदिसंबर में गुजरात और राजस्थान में भी आवक शुरू हो जाएगी। लेकिन निर्यातकों ने सौदों के चलते अभी सुस्ती की संभावना नहीं है। लेकिन दिसंबर में नरमी आ सकती है। (Business Bhaskar.....R S Rana)
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