06 मार्च 2009
महंगाई की दर साढ़े छह वर्षे के न्यूनतम स्तर पर
नई दिल्ली। महंगाई से राहत मिलने का दौर जारी है। मुद्रास्फीति की दर गत 21 फरवरी को समाप्त सप्ताह में और घटकर 3.03 फीसदी पर आ गई जो पिछले साढ़े छह वर्षे का न्यूनतम स्तर है। इससे पहले 10 अगस्त 2002 को महंगाई का यह स्तर रहा था। थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर में लगातार पांचवें सप्ताह गिरावट देखने को मिली है। इस गिरावट के पीछे बड़ी वजह खाद्य उत्पादों की कीमतों में आई नरमी रही। पिछले सप्ताह महंगाई की दर 3.36 प्रतिशत थी। वित्त मंत्रालय ने अपने एक वक्तव्य में उम्मीद जताई है कि अगले कुछ महीनों के दौरान उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति दर में भी गिरावट आ सकती है। यही नहीं, महंगाई दर के निम्न स्तर पर आने के बाद भारतीय रिजर्व बैंक को ब्याज दरों में और कटौती करने का अवसर भी मिल गया है। 21 फरवरी को समाप्त सप्ताह के दौरान ज्यादातर खाद्य उत्पादों की कीमतों में कमी देखने को मिली, जबकि चीनी और घी जैसी मैन्यूफैक्चर्ड खाद्य वस्तुओं की कीमतों में मामूली बढ़ोतरी हुई। इस दौरान सब्जियों के दामों में 3.2 फीसदी तथा फलों की कीमतों में तकरीबन एक फीसदी की गिरावट आई। बाजरा, ज्वार और चने के दामों में भी कमी आई। इसी तरह मशीन टूल्स को छोड़ ज्यादातर मैन्यूफैक्चर्ड वस्तुएं भी सस्ती हो र्गई। हालांकि, मक्के और अरहर की कीमतें बढ़ र्गई। (Business Bhaskar)
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