10 मार्च 2009
रबर के घरेलू भाव स्थिर पर विदेश में मंदी
रबर बोर्ड के मुताबिक चालू महीने के दौरान रबर की कीमतों में बदलाव के आसार नहीं हैं। वित्त वर्ष के अंत तक घरलू बाजारों में रबर के भाव 72 रुपये किलो के स्तर पर बने रह सकते हैं। हालांकि इस दौरान मांग घटने की वजह से वैश्विक बाजार में रबर की कीमतों में गिरावट देखी जा सकती है। गौरतलब है कि वैश्विक स्तर पर जारी मंदी की वजह से खपत वाले क्षेत्रों में रबर की मांग घटी है जिसका असर रबर की कीमतों पर देखा जा रहा है। रबर बोर्ड के अध्यक्ष साजेन पीटर के मुताबिक घरलू बाजारों में रबर क कीमतें आने वाले समय में भी कमोबेश स्थिर बनी रह सकती हैं। पिछले कुछ दिनों में वैश्विक बाजारों में रबर की कीमतों में कुछ गिरावट देखी गई है जो आगे भी जारी रह सकती है। ऐसे में आने वाले दिनों में घरलू और वैश्विक रबर बाजार में भारी अंतर देखा जा सकता है। कोट्टायम और कोचीन में रबर का भाव करीब 71.75 रुपये किलो है। पिछले साल 28 अगस्त को यहां रबर करीब 142 रुपये किलो के उज्जातम स्तर पर कारोबार थी। इसी तरह से बैंकाक में भी रबर की कीमतों में तगड़ी गिरावट आई है। पिछले साल 29 अगस्त को यहां रबर करीब 13,114 प्रति `िंटल के उज्जा स्तर पर थी। पिछले सप्ताह छह मार्च को भाव करीब 7,507 रुपये प्रति `िंटल रहा। मौजूदा समय में ज्यादातर एशियाई बाजारों में रबर कोट्टायम के भाव के बराबर कारोबार कर रहा है। वैश्विक स्तर पर मांग में आई कमी की वजह से रबर की कीमतों में गिरावट आई है। इस बीच रबर बोर्ड ने चालू वित्त वर्ष के दौरान करीब 8.58 लाख टन रबर के खपत होने की उम्मीद जताई है। पिछले साल अप्रैल में बोर्ड ने इस दौरान करीब 8.99 लाख टन की खपत रहने का संभावना जताई थी। पिछले महीने प्राकृतिक रबर की खपत करीब 67,000 टन रही। पिछले साल फरवरी के दौरान खपत करीब 73,870 टन रही था। हालांकि गत अप्रैल से इस साल फरवरी तक रबर की खपत में इजाफा हुआ है। इस दौरान खपत करीब 7,87,665 टन रही। जबकि एक साल पहले इस अवधि के दौरान करीब 7,87,450 टन रबर की खपत हुई थी। (Business Bhaskar)
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