नई दिल्ली 03 12, 2009
बढ़ते तापमान के कारण गेहूं की कटाई तय समय से तकरीबन दस दिन पहले शुरू होने की उम्मीद है। किसान इस कारण उत्पादन में भी कमी की आशंका जाहिर कर रहे हैं।
हालांकि सरकार इस साल के लिए 7.85 करोड़ टन गेहूं उत्पादन का अनुमान जाहिर कर रही है। तापमान से बचने के लिए किसान गेहूं के खेत में पानी देने से भी बच रहे हैं। उनका कहना है कि पानी देने से गेहूं की फसल खेत में लेट जाएगी और इससे उत्पादन पर और बुरा असर पड़ेगा।
किसानों ने बताया कि महाराष्ट्र में गेहूं की कटाई शुरू हो चुकी है तो पूर्वी उत्तर प्रदेश में 20 मार्च से कटाई आरंभ होने की उम्मीद है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अप्रैल के पहले सप्ताह के दौरान गेहूं की कटाई शुरू होना तय माना जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के किसानों के मुताबिक सामान्य से 4-5 डिग्री सेल्सियस अधिक तापमान होने के कारण इस साल गेहूं की कटाई पहले शुरू हो जाएगी। और उत्पादन पर भी इसका असर पड़ेगा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान ने बताया कि गेहूं में पीली झलक आ गयी है जबकि यह झलक 10 दिनों के बाद नजर आनी चाहिए थी।
उन्होंने बताया कि बारिश की कमी के कारण गेहूं को प्राकृतिक खुराक नहीं मिल पायी। गाजियाबाद के किसान राजबीर सिंह कहते हैं कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इस साल एक एकड़ में अधिकतम 14 क्विंटल तक का उत्पादन होगा। सामान्य परिस्थिति में एक एकड़ में 15 क्विंटल गेहूं का उत्पादन होता है। (BS Hindi)
14 मार्च 2009
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