20 मार्च 2009
पंजाब और हरियाणा में 170 लाख टन गेहूं की खरीद
नई दिल्ली. गेहूं के प्रमुख उत्पादक राज्यों हरियाणा और पंजाब में भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने 1080 रुपये प्रति क्विंटल न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 170 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य रखा है। सूत्रों के अनुसार अगर उत्पादक मंडियों में ज्यादा गेहूं की आवक होगी तो एफसीआई और ज्यादा खरीद करेगी। एफसीआई ने उत्तर भारत के राज्यों में खरीद की तैयारी के साथ लक्ष्य तय कर लिया है लेकिन दक्षिणी राज्यों के लिए योजना नहीं बनी है। इसलिए इस साल पूरे देश में कुल सरकारी खरीद की तस्वीर स्पष्ट नहीं है।एफसीआई के कार्यकारी निदेशक (उत्तर भारत) जे. पी. शर्मा ने बिजनेस भास्कर को बताया कि एफसीआई ने चालू फसल सीजन में गेहूं की खरीद के लिए पंजाब में 115 लाख टन और हरियाणा में 55 लाख टन का लक्ष्य तय किया है तथा इन राज्यों में पहली अप्रैल से सरकारी खरीद शुरू हो जाएगी। पिछले वर्ष पंजाब में 99.37 लाख टन और हरियाणा में 52.31 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हुई थी। राज्य सरकार की एजेंसियों के साथ एफसीआई गेहूं खरीद में पूरा सहयोग करेगी तथा किसानों को समय पर भुगतान किया जाएगा। शर्मा ने बताया कि उत्तर भारत के अन्य प्रमुख उत्पादक राज्यों में उत्तर प्रदेश में चालू फसल सीजन में एमएसपी पर गेहूं की खरीद का लक्ष्य 30 लाख टन तय किया गया है जोकि पिछले वर्ष के 28.87 लाख टन से ज्यादा है। हालांकि उत्तर प्रदेश में अभी तक राज्य सरकार ये तय नहीं कर पाई है कि गेहूं की खरीद आढ़तियों के माध्यम से करेगी या सीधे किसानों से। पिछले साल उत्तर प्रदेश में गेहूं की सरकारी खरीद आढ़तियों के माध्यम से की गई थी। अन्य राज्यों राजस्थान में गेहूं की सरकारी खरीद का लक्ष्य 10 लाख टन का रखा गया है। राजस्थान के दो जिलो उदयपूर और कोटा में सरकारी खरीद 18 मार्च से शुरू हो गई है तथा बाकी राज्यों में भी आगामी सप्ताह तक सरकारी खरीद शुरू होने की संभावना है। उत्तराचंल में एक लाख टन गेहूं की खरीदी का लक्ष्य रखा गया है।एफसीआई के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि गुजरात और बिहार में गेहूं की सरकारी खरीद 15 अप्रैल से शुरू हो सकेगी। गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश तथा उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा की मंडियों नए गेहूं की आवक शुरू हो गई है। उत्तर भारत के राज्यों में हालांकि आवक सीमित मात्रा में हो रही है लेकिन गुजरात, महाराष्ट्र मध्य प्रदेश और राजस्थान में अच्छी आवक हो रही है। चालू वर्ष में फरवरी महीने में वर्षा न होने और कुछेक उत्पादक क्षेत्रों में येलो रस्ट (फंगस से होनी वाली बीमारी) के कारण देश में गेहूं का उत्पादन पिछले साल के 784 लाख टन से घटने की आशंका है लेकिन सरकारी खरीद में पिछले साल के मुकाबले बढ़ोतरी होने की संभावना है। (Business Bhaskar .....R S Rana)
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1 टिप्पणी:
hello sir what about chana in coming days
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