31 अगस्त 2013
केस्टर सीड में निवेश से कमा सकते हैं मुनाफा
आर एस राणा नई दिल्ली | Aug 31, 2013, 03:05AM IST
लाभ का सौदा
एनसीडीईएक्स पर अक्टूबर महीने के वायदा अनुबंध में केस्टर सीड की कीमतों में पिछले दो दिनों में 6.8 फीसदी की गिरावट आई है
उत्पादक मंडियों में केस्टर सीड की दैनिक आवक भी पहले की तुलना में कम हो गई है। ऐसे में आगामी दिनों में केस्टर सीड की मौजूदा कीमतों में फिर तेजी आने की संभावना है
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में अभी तक केस्टर सीड की बुवाई पिछले साल की तुलना में ज्यादा है। पारिख ने कहा कि चालू सीजन में अभी तक केस्टर सीड की बुवाई बढ़ी है लेकिन कुल बुवाई पिछले साल से कम होने की आशंका है
उत्पादक मंडियों में केस्टर सीड की दैनिक आवक 8,000 से 10,000 बोरियों (एक बोरी-75 किलो) की हो रही है जबकि कीमतें घटने से दैनिक आवक कम हो जाती है। इसलिए आगामी दिनों में केस्टर सीड की मौजूदा कीमतों में 300 से 400 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आने की संभावना है
रुपये के मुकाबले डॉलर में आई मजबूती से केस्टर तेल के निर्यातकों का मार्जिन बढ़ गया है जिससे निर्यात सौदों में पहले की तुलना में तेजी आई है। केस्टर सीड की नई फसल की आवक फरवरी-मार्च महीने में बनेगी। हालांकि वायदा बाजार में निवेशकों की बिकवाली से केस्टर सीड में पिछले दो दिनों में 6.8 फीसदी की गिरावट आकर अक्टूबर महीने के वायदा अनुबंध में शुक्रवार को भाव 3,615 रुपये प्रति क्विंटल रह गए है लेकिन लंबी अवधि में केस्टर सीड की कीमतों में तेजी की संभावना है। ऐसे में निवेशक नीचे भाव में निवेश करके मुनाफा कमा सकते हैं।
एनसीडीईएक्स पर अक्टूबर महीने के वायदा अनुबंध में केस्टर सीड की कीमतों में पिछले दो दिनों में 6.8 फीसदी की गिरावट आई है। 29 अगस्त को अक्टूबर महीने के वायदा अनुबंध में केस्टर सीड का दाम 3,882 रुपये प्रति क्विंटल था जबकि शुक्रवार को भाव 3,615 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ।
ब्रोकिंग फर्म इंडिया बुल्स कमोडिटी लिमिटेड के असिस्टेंट वाइस प्रेसीडेंट रिसर्च (कमोडिटी) बद्दरुदीन खान ने बताया कि रुपये के मुकाबले डॉलर बढऩे से केस्टर तेल के निर्यातकों का मार्जिन बढ़ गया है। हालांकि वायदा बाजार में पिछले दो दिनों में केस्टर सीड की कीमतों में गिरावट आई है लेकिन हाजिर बाजार में वायदा के अनुपात में दाम कम घटे हैं। उत्पादक मंडियों में केस्टर सीड की दैनिक आवक भी पहले की तुलना में कम हो गई है। ऐसे में आगामी दिनों में केस्टर सीड की मौजूदा कीमतों में फिर तेजी आने की संभावना है।
एस सी केमिकल के प्रबंधक कुशल राज पारिख ने बताया कि केस्टर तेल के निर्यात सौदों में पहले की तुलना में तेजी आई है। चालू वर्ष के पहले आठ महीनों (जनवरी से अगस्त) के दौरान करीब 3.75 लाख टन केस्टर तेल का निर्यात हो चुका है जबकि सितंबर महीने में भी करीब 40,000 टन तेल का निर्यात होने का अनुमान है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में अभी तक केस्टर सीड की बुवाई पिछले साल की तुलना में ज्यादा है। पारिख ने कहा कि चालू सीजन में अभी तक जरूर केस्टर सीड की बुवाई बढ़ी है लेकिन कुल बुवाई पिछले साल से कम होने की आशंका है।
जयंत एग्रो ऑर्गेनिक लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक वामन भाई ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में केस्टर तेल का भाव 1,175 से 1,200 डॉलर प्रति टन चल रहा है इन भाव में निर्यातकों को अच्छा पड़ता लग रहा है। उत्पादक मंडियों में केस्टर सीड का दाम 3,600 से 3,650 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है जबकि केस्टर तेल का भाव 775 रुपये प्रति दस किलो है।
उन्होंने बताया कि उत्पादक मंडियों में केस्टर सीड की दैनिक आवक 8,000 से 10,000 बोरियों (एक बोरी-75 किलो) की हो रही है जबकि कीमतें घटने से दैनिक आवक कम हो जाती है। इसलिए आगामी दिनों में केस्टर सीड की मौजूदा कीमतों में 300 से 400 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आने की संभावना है।
साल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार वित्त वर्ष 2012-13 में केस्टर तेल का निर्यात 4.30 लाख टन का हुआ था जबकि चालू वित्त वर्ष 2013-14 के पहले तीन महीनों (अप्रैल से जून) के दौरान 1.38 लाख टन का निर्यात हुआ है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2013-14 के पहले तीन महीनों में केस्टर तेल के निर्यात में मूल्य के हिसाब 13.98 फीसदी की गिरावट आई है। अप्रैल से जून के दौरान 1,242.93 करोड़ रुपये मूल्य का केस्टर तेल का निर्यात हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 1,444.92 करोड़ रुपये मूल्य का निर्यात हुआ था।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ सीजन में केस्टर सीड की बुवाई 7.37 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 7.05 लाख हैक्टेयर में हुई थी। (Business bhaskar.... ;R S Rana)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें