23 अगस्त 2013
एनएसईएल निवेशकों की सरकार से गुजारिश
एनएसईएल के निवेशकों ने आज दिल्ली में एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट और वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के सचिव से मुलाकात की। एनएसईएल के निवेशकों ने सरकार से एनएसईएल के प्रोमोटरों की सारी संपत्ति जब्त करने की मांग की है।
एनएसईएल के निवेशकों ने सरकार से जल्द से जल्द इस मामले में हस्तक्षेप कर उनका पैसा लौटाने की मांग की है। साथ ही एनएसईएल के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की भी मांग की है।
एनएसईएल मामले में फंसे निवेशकों ने साफ कर दिया है कि वे किसी भी कीमत पर अपना पैसा वापस लिए बिना चैन से नहीं बैठेंगे। गुरुवार को एक्सचेंज और एनएसईएल इन्वेस्टर फोरम की बैठक थी। इस बैठक में निवेशकों को एक्सचेंज के दावों पर भरोसा नहीं हो सका।
एनएसईएल के निवेशकों ने अगले हफ्ते सोमवार को मुंबई हाईकोर्ट में एनएसईएल के खिलाफ मुकदमा दायर करने का भी फैसला किया है। निवेशकों ने कहा है कि एक्सचेंज के नए सीईओ पी आर रमेश के पास पूरी जानकारी ही नहीं है। ऐसे में एक्सचेंज से उन्हें अब कोई मदद मिलने की उम्मीद नहीं है।
इस बीच एफएमसी ने एनएसईएल को उन 9 कंपनियों को डिफॉल्टर करार देने का आदेश दिया है, जिन्होंने सेटलमेंट के लिए एक रुपया भी नहीं दिया है। इन डिफॉल्टर्स में एनके प्रोटिन, एआरके इंपोर्टर्स, यथुरी एसोसिएट्स, तविशी एंटरप्राइजेज, लोटस रिफाइनरीज, लॉइल ओवरसीज, एनसीएस शुगर, स्पिन कॉट टेक्सटाइल और विमलादेवी एग्रोटेक के नाम शामिल हैं।
आपको बता दें गुरुवार को एन के प्रोटीन्स के दफ्तारों पर आयकर विभाग के छापे पड़े थे। एनएसईएल के चेयरमैन शंकरलाल गुरु के रिश्तेदार की ये कंपनी है। इसके अलावा एक्सचेंज ने कुल 9 कंपनियों का नाम जारी किया है, जिन्हें अबतक डिफॉल्टर घोषित किया जा चुका है। (Moneycantrol.com
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