12 अगस्त 2013
एनएसईएल संकट सुलझने की पहल हुई तेज
नैशनल स्पॉट एक्सचेंज (एनएसईएल) का संकट जल्द सुलझने के आसार बढ़ गए हैं। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है और एनएसईएल की समस्या को सुलझाने के लिए ज्यादा उसे अधिकार दिए हैं। साथ ही एनएसईएल ने निवेशकों का बकाया चुकाए जाने के लिए एस्क्रो खाता भी खोला है।
एफएमसी अधिकारियों के मुताबिक इस मामले को जल्द से जल्द सुलझाने के लिए कई अहम कदम उठाए गए हैं। एफएमसी की एक अधिसूचना के मुताबिक एनएसईएल ने ऐसे निवेशकों, जिनका बकाया 10 लाख रुपये से कम है, के लिए एस्क्रो खाता खोल लिया है और ऐसे निवेशकों काभुगतान शुरू भी कर दिया है। एक्सचेंज के मुताबिक ऐसे कुल 7500 निवेशक हैं जो एनएसईएल के कुल निवेशकों का तकरीबन 60 प्रतिशत के बराबर हैं। एफएमसी ने एक्सचेंज को ऐसे निवेशकों के पैसे जल्द से जल्द लौटाने की सलाह दी है।
एनएसईएल के गोदामों में रखे माल की गुणवत्ता एवं मात्रा के आकलन के लिए एक्सचेंज ने एक बाहरी पार्टी को बतौर एजेंसी नियुक्त किया है और उसे गोदामों की जांच कर वहां मौजूद माल की गुणवत्ता और मात्रा पर रिपोर्ट जमा करने को कहा है। इसके अलावा एक्सचेंज ने अपनी वेबसाइट पर भी निवेशकों के संबंध में व अन्य जानकारी के लिए गोदामों, माल के भंडारण और पेइन-पेआउट की जानकारी दी है, जिसे समय समय पर नियमित रूप से अपडेट किया जा रहा है।
एफएमसी ने अपनी अधिसूचना में कहा है कि उसके आदेश एवं निर्देश एनएसईएल से जुड़े सभी व्यक्तियों, मध्यस्थों और गोदामों पर लागू होंगे। एनएसईएल की समस्या के समाधान के लिए एफएमसी को मिले अधिकार सकरात्मक माने जा रहे हैं। बाजार सूत्रों का मानना है कि इससे एफएमसी को अधिकार देने के लिए लंबित एफसीआरए को पारित करने में मदद मिल सकती है।
दूसरी तरफ एनएसईएल ने इस पूरे मामले को व्यवस्थित एवं कानूनी तौर पर सुलझाने के लिए चार सदस्यों की एक स्वतंत्र समिति बनाई है। एफटी के चेयरमैन जिग्नेश शाह के मुताबिक यह स्वतंत्र समिति है जिसकी जांच के बाद निर्णय लिए जाएंगे। यह कमेटी 14 अगस्त तक अपनी रिपोर्ट सौंप देगी। (BS Hindi)
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