12 अगस्त 2013
रिश्तेदार, भंडार और जांच का सवाल
उपभोक्ता मामलों का मंत्रालय एनके प्रोटीन्स में हितों के कथित टकराव की जांच कर रहा है। इस कंपनी पर नैशनल स्पॉट एक्सचेंज (एनएसईएल) का बकाया है। साथ ही मंत्रालय एनके प्रोटीन्स के अरंडी बीज और कपास तेल के भंडार की विश्वसनीयता की भी जांच कर रहा है। एनएसईएल के चेयरमैन शंकरलाल गुरू के रिश्तेदारों द्वारा संचालित एनके प्रोटीन्स पर एक्सचेंज की लगभग 930 करोड़ रुपये की देनदारी है। एक्सचेंज ने भंडारण की स्थिति के बारे में 6 अगस्त तक के जो ताजा आंकड़े दिए हैं, उनके अनुसार कंपनी के पास 7,553 टन अरंडी तेल, 96,581 टन अरंडी और 84,766 टन कपास तेल था।
मंत्रालय को ऐसे लोगों से एनके प्रोटीन्स के बारे में शिकायतें मिली हैं जिन्होंने कंपनी के केंद्रों का दौरा किया है। एनके प्रोटीन्स का तिरुपति ब्रांड से खाने का तेल है। मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, 'शिकायतों में कहा गया है कि फैक्टरी की भंडारण क्षमता कंपनी के दावों की तुलना में काफी कम है। हमने इसे गंभीरता से लिया है।Ó
एनके प्रोटीन्स उन 13 प्रोसेसरों में से एक है जिन्होंने बकाया के भुगतान के लिए 20 सप्ताह का समय मांगा है। पिछले सप्ताह एनएसईएल ने कहा था, '13 सदस्य/प्रोसेसर हैं जिन्होंने हर सप्ताह अपने कुल बकाया का 5 फीसदी चुकाने की पेशकश की है। इन पर कुल रकम अनुमानित रूप से 3107 करोड़ रुपये है।Ó
अधिकारी ने कहा, 'शिकायतों ने इस समस्या को भी गहरा दिया है कि अगर वास्तव में यह स्टॉक था तो प्रोसेसरों को इसमें पांच महीने का समय क्यों लग रहा है? जिंसों को एक महीने के अंदर आसानी से बेचा जा सकता है। हालांकि अधिक खराब हालात में उन्हें कीमतों मे फर्क की वजह से नुकसान उठाना पड़ेगा।Ó उन्होंने कहा कि हितों के टकराव की मूल वजह यह थी कि एनएसईल के चेयरमैन शंकरलाल गुरू एनके प्रोटीन्स के प्रमोटर नीलेश पटेल के ससुर हैं।
एक शिकायतकर्ता ने कहा, 'जिसने भी फैक्टरी का दौरा किया, उसे इस तथ्य पर हंसी आएगी कि वहां 8476.6 करोड़ टन कपास तेल का भंडार है। हालांकि इस फैक्टरी की कुल भंडारण क्षमता महज 500 करोड़ टन है।Ó
6 अगस्त तक एनएसईएल की भंडारण स्थिति रिपोर्ट के अनुसार कपास तेल का भंडार 530.63 करोड़ रुपये का था जो गुजरात के मेहसाणा जिले के थोर में एनके प्रोटीन्स की इकाई में दो टैंकों में रखा हुआ था। (BS Hindi)
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