31 अगस्त 2013
वैश्विक एक्सचेंज भी जांच के घेरे में
एफटी समूह द्वारा प्रवर्तित वैश्विक एक्सचेंजों की भूमिका भी सरकारी जांच के दायरे में आ गई है। कई निवेशकों की हिस्सेदारी जहां एमसीएक्स पर थी वहीं इन्हें फाइनैंशियल टेक्नोलॉजीज (एफटी) द्वारा प्रवर्तित अंतरराष्टï्रीय एक्सचेंजों पर भी समान पोजीशन की पेशकश की गई। हालांकि ये सुविधाएं ब्रोकरों द्वारा मुहैया कराई गई थीं, इसलिए सरकार यह पता लगा रही है कि क्या एफटी समह द्वारा चलाए जाने वाले वैश्विक एक्सचेंजों में केवाईसी या अन्य प्रक्रियाओं के मामले में लापरवाही बरती गई।
यदि इस तरह की गड़बड़ी पाई जाती है तो इसे फेमा और एंटी-मनी लॉंड्रिंग ऐक्ट का भी उल्लंघन समझा जाएगा। एक सरकारी अधिकारी ने कहा, 'सरकार अब एफटीआईएल प्रवर्तित एक्सचेंजों एनएसईएल, एमसीएक्स और उसके द्वारा भारत से बाहर संचालित एक्सचेंजों में समान सौदों का पता लगा रही है।Ó एफटी समूह ने बहरीन फाइनैंशियल एक्सचेंज (बीएफएक्स), सिंगापुर मर्केंटाइल एक्सचेंज (एसएमएक्स) और दुबई गोल्ड एंड कमोडिटी एक्सचेंज (डीजीसीएक्स) शुरू किए। एफटी समूह द्वारा स्थापित किए गए ये तीनों एक्सचेंज सोने के अनुबंध की पेशकश कर रहे हैं।
एफटी के प्रवक्ता ने कहा, 'इस तरह की जांच के संबंध में हमें किसी सरकारी अधिकारी/प्राधिकरण से कोई सूचना नहीं मिली है और इसलिए हम इस पर टिप्पणी नहीं कर सकते।Ó
इस उद्योग के एक अधिकारी ने कहा कि निवेशकों और कारोबारियों ने भारतीय अधिकारियों को सूचित किए बगैर वैश्विक पोजीशन ले रखी हैं और इसके अलावा अमेरिका स्थित कॉमेक्स और एलएमई पर भी उनकी पोजीशन हैं। हालांकि इन एक्सचेंजों के बारे में भारतीय अधिकारियों को जानकारी नहीं है, लेकिन वे भारतीय प्रवर्तकों द्वारा प्रवर्तित एक्सचेंजों में ऐसी पोजीशन की जांच कर रहे हैं।
इस घटनाक्रम से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि आरबीआई के डिप्टी गवर्नर की अगुवाई में सरकार द्वारा गठित एक कार्यसमूह उन फर्मों में मनी लाउंडरिंग की आशंकाओं का पता लगा रहा है जिन्होंने एनएसईएल, एमसीएक्स और विदेशों में भी एफटी के स्वामित्व वाले एक्सचेंजों में कारोबार किया है।
एक वरिष्ठï अधिकारी ने कहा, 'ये सभी जांच घटनाक्रम 26 अगस्त को सरकार द्वारा गठित समिति और कार्य समूह के दायरे में हैं और हम इस मामले पर गहनता से विचार कर रहे हैं।Ó
वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) द्वारा एनएसईएल बोर्ड को जोखिम की स्थिति में 'फिट और मजबूतÓ दर्जे के संबंध में चेतावनी दिए जाने के बाद घरेलू और वैश्विक तौर पर एक्सचेंजों की पूरी श्रृंखला सभी संबद्घ नियामकों की जांच के दायरे में है। एनएसईएल द्वारा पहले सप्ताह में भुगतान की प्रतिबद्घता में विफल रहने के बाद यह चेतावनी नियामक द्वारा पिछले सप्ताह दी गई थी।
नियामक ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, 'जब प्रवर्तक एक्सचेंज के संचालन के संदर्भ में फिट और मजबूत व्यक्ति के अपने दर्जे को खो दे तो अन्य नियामकों को भी प्रवर्तक द्वारा इस तरह की स्थिति में होने पर पुनर्विचार करना चाहिए। वैश्विक नियामकों ने भी अक्सर इस पर अमल किया।Ó इसका मतलब है कि यदि एनएसईएल प्रवर्तक एनएसईएल में अपने फिट एवं उचित दर्जे को खो देते हैं तो समान प्रवर्तकों द्वारा स्थापित कमोडिटी, स्टॉक और पावर एक्सचेंजों को भी उनके संबद्घ प्रवर्तकों द्वारा इस तरह की कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। (BS Hindi)
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