22 अगस्त 2013
सख्त नियमों से मूंगफली दाने के निर्यात में भारी गिरावट
अनुमान - अक्टूबर में नई फसल आने पर मूल्य में हो सकती है कमी
नई फसल
चालू खरीफ में मूंगफली का रकबा बढ़कर 39.96 लाख हैक्टेयर
पिछले साल 34.35 लाख हैक्टेयर में हुई भी मूंगफली की बुवाई
पिछले खरीफ सीजन में 31 लाख टन मूंगफली का उत्पादन रहा
नए सीजन में मूंगफली का उत्पादन व सप्लाई बढऩे का अनुमान
अप्रैल-जून के दौरान निर्यात 60 फीसदी घटकर 673 करोड़ रुपये
चालू वित्त वर्ष 2013-14 की पहली तिमाही (अप्रैल से जून) के दौरान मूंगफली दाने के निर्यात में 59.99 फीसदी की गिरावट आकर कुल 673.86 करोड़ रुपये का ही हुआ है।
चालू खरीफ सीजन में मूंगफली के बुवाई क्षेत्रफल में 16.3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में अक्टूबर महीने में नई फसल की आवक का दबाव बनने के बाद मूंगफली दाने और तेल की कीमतों में गिरावट आने की संभावना है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2013-14 की पहली तिमाही अप्रैल से जून के दौरान मूंगफली दाने का निर्यात घटकर मूल्य के हिसाब से 673.86 करोड़ रुपये का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 1,684.13 करोड़ रुपये मूल्य का निर्यात हुआ था।
श्रीराज मोती इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर समीर भाई साह ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा मूंगफली दाने के निर्यात नियमों में सख्ती कर देने से इसके निर्यात में भारी कमी आई है। इसका घरेलू बाजार में मूंगफली दाने और तेल की कीमतों पर भी पड़ा है।
उत्पादक मंडियों में मूंगफली सीड की कीमतें घटकर 3,000 से 3,700 रुपये प्रति क्विंटल रह गई जबकि मार्च-अप्रैल में इसके दाम 5,500 से 6,000 रुपये प्रति क्विंटल थे। इस दौरान मूंगफली तेल के दाम 1,250-1,300 रुपये से घटकर 950-975 रुपये प्रति दस किलो रह गए हैं।
राजकोट के मूंगफली कारोबारी दयालाल ने बताया कि पिछले साल गुजरात में सूखे के कारण मूंगफली के बुवाई क्षेत्रफल में कमी आई थी लेकिन चालू खरीफ में मानसूनी वर्षा अच्छी हुई है जिससे मूंगफली के बुवाई क्षेत्रफल में बढ़ोतरी हुई है।
मूंगफली दाने के निर्यात में कमी आने से घेरलू बाजार में दाम काफी घट चुके हैं। वैसे भी उत्पादक मंडियों में मूंगफली की आवक काफी कम है। चालू खरीफ में मूंगफली की पैदावार में बढ़ोतरी होने का अनुमान है। ऐसे में अक्टूबर महीने में मूंगफली दाने के साथ ही तेल की कीमतों में गिरावट आने की संभावना है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में मूंगफली की बुवाई बढ़कर 39.96 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 34.35 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी। मंत्रालय के चौथे आरंभिक अनुमान के अनुसार वर्ष 2012-13 खरीफ सीजन में मूंगफली की पैदावार 31 लाख टन की ही हुई थी। (Business Bahskar....R S Rana)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें