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31 अगस्त 2013

सप्लाई कम होने की संभावना से कपास के मूल्य में भारी तेजी

आर एस राणा नई दिल्ली | Aug 30, 2013, 00:02AM IST जल्दी ही दाम 50 हजार रुपये प्रति कंैडी के पार होने के आसार मार्केट आउटलुक चालू माह के दौरान कपास के दाम 14 फीसदी से भी ज्यादा उछले अहमदाबाद मंडी में भाव 49000-49,200 रुपये प्रति कैंडी तक पहुंचे पिछले सीजन का बकाया स्टॉक काफी कम बचने का अनुमान नई फसल के रकबा में कमी और ज्यादा बारिश से फसल को क्षति उत्पादक मंडियों में स्टॉक की तंगी से कपास की कीमतों में भारी तेजी बनी हुई है। गुरुवार को अहमदाबाद में शंकर-6 किस्म की कपास का भाव बढ़कर 49,000 से 49,200 रुपये प्रति कैंडी (एक कैंडी-356 किलो) हो गया। नई फसल की आवक मध्य अक्टूबर में बनेगी, ऐसे में जल्द ही कपास के दाम बढ़कर 50 हजार रुपये प्रति कैंडी के पार पहुंचने की संभावना है। नॉर्थ इंडिया कॉटन एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश राठी ने बताया कि घरेलू बाजार में कपास का बकाया स्टॉक सीमित मात्रा में ही बचा हुआ है जबकि प्रमुख उत्पादक राज्यों में कई जगह ज्यादा बारिश से फसल को नुकसान होने की आशंका है। इस समय कपास में यार्न मिलों की अच्छी मांग बनी हुई है इसलिए कीमतों में लगातार तेजी बनी हुई है। चालू महीने में कपास की कीमतों में 14.4 फीसदी की तेजी आ चुकी है। अहमदाबाद में 2 अगस्त को शंकर-6 किस्म की कपास का भाव 42,600 से 43,000 रुपये प्रति कैंडी था जबकि गुरुवार को इसका भाव बढ़कर 49,000 से 49,200 रुपये प्रति कैंडी हो गया। हालांकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस दौरान कपास की कीमतों में गिरावट आई है। 15 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कपास का दाम बढ़कर 91.64 सेंट प्रति पाउंड हो गया था जबकि 28 अगस्त को इसका भाव घटकर 84.01 सेंट प्रति पाउंड रह गया। कॉटन कारपोरेशन ऑफ इंडिया (सीसीआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि निगम के पास इस समय केवल पांच लाख गांठ (एक गांठ-170 किलो) कपास का ही स्टॉक बचा हुआ है तथा निगम दैनिक आधार पर ई-नीलामी के जरिए घरेलू मिलों को कपास की बिक्री कर रही है। चालू सीजन में सीसीआई ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 23 लाख गांठ कपास की खरीद की थी। उधर नेफेड ने भी घरेलू बाजार में कपास की बिक्री शुरू कर दी है। कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीएआई) के प्रारंभिक अनुमान के अनुसार अक्टूबर से शुरू होने वाले नए सीजन वर्ष 2013-14 में कपास का उत्पादन बढ़कर 372 लाख गांठ होने का अनुमान है जबकि वर्ष 2012-13 में 355.75 लाख गांठ कपास का उत्पादन हुआ है। उत्पादक मंडियों में अभी तक 350 लाख गांठ कपास की आवक हो चुकी है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में कपास की बुवाई 111.34 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जो पिछले साल की समान अवधि के 111.53 लाख हैक्टेयर से थोड़ी कम है। (Business Bhaskar....R S Rana)

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