6,710 लाख टन गेहूं का वैश्विक उत्पादन होने का अनुमान
6,760 लाख टन उत्पादन अनुमान जारी किया था अप्रैल में
6,950 लाख टन वैश्विक गेहूं उत्पादन रहा था पिछले साल
इंटरनेशनल ग्रेन्स काउंसिल (आईजीसी) ने गेहूं का वैश्विक उत्पादन अनुमान और घटा दिया है। यूरोप, रूस और मोरक्को में मौसम की प्रतिकूल स्थितियां रहने की संभावना से वर्ष 2012-13 में कुल वैश्विक उत्पादन 6,710 लाख टन रहने की संभावना है।
लंदन स्थित आईजीसी ने पिछले अप्रैल में 6,760 लाख टन गेहूं का उत्पादन होने का अनुमान जताया था। अप्रैल का अनुमान भी पिछले साल 2011-12 के 6,950 लाख टन उत्पादन से कम था। आईजीसी ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि मई के दौरान गेहूं उत्पादन की संभावनाएं कमोबेश अनुकूल रहीं। लेकिन यूरोपीय संघ, रूस और मोरक्कों में प्रतिकूल होने के कारण उत्पादन अनुमान में 50 लाख टन की कटौती की गई है। ताजा अनुमान के अनुसार पूरी दुनिया में 6710 लाख टन गेहूं का उत्पादन होने का अनुमान है।
आईजीसी ने गेहूं के खपत का अनुमान भी घटाकर 6810 लाख टन तय किया है। पिछले साल पूरी दुनिया में 6880 लाख टन गेहूं की खपत रही थी।
दुनिया के सबसे बड़े उत्पादक देश चीन में 1000 लाख टन गेहूं का उत्पादन होने का अनुमान है जबकि भारत में 902.3 लाख टन उत्पादन रह सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2012-13 में गेहूं का अंतरराष्ट्रीय कारोबार 74 लाख टन घटकर 1360 लाख टन रहने का अनुमान है जबकि पिछले साल 1430 लाख टन गेहूं का वैश्विक कारोबार हुआ था। आईजीसी ने कहा है कि यूरोप और अर्जेंटीना से सरप्लस गेहूं का निर्यात घट सकता है जबकि उत्पादन बढऩे और स्पर्धा घटने से अमेरिका से गेहूं का निर्यात बढऩे का अनुमान है। वर्ष 2012-13 के अंत में वैश्विक स्तर पर गेहूं का बकाया स्टॉक 150 लाख टन घटकर 1910 लाख रहने की संभावना है। (Business Bhaskar....R S Rana)
6,760 लाख टन उत्पादन अनुमान जारी किया था अप्रैल में
6,950 लाख टन वैश्विक गेहूं उत्पादन रहा था पिछले साल
इंटरनेशनल ग्रेन्स काउंसिल (आईजीसी) ने गेहूं का वैश्विक उत्पादन अनुमान और घटा दिया है। यूरोप, रूस और मोरक्को में मौसम की प्रतिकूल स्थितियां रहने की संभावना से वर्ष 2012-13 में कुल वैश्विक उत्पादन 6,710 लाख टन रहने की संभावना है।
लंदन स्थित आईजीसी ने पिछले अप्रैल में 6,760 लाख टन गेहूं का उत्पादन होने का अनुमान जताया था। अप्रैल का अनुमान भी पिछले साल 2011-12 के 6,950 लाख टन उत्पादन से कम था। आईजीसी ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि मई के दौरान गेहूं उत्पादन की संभावनाएं कमोबेश अनुकूल रहीं। लेकिन यूरोपीय संघ, रूस और मोरक्कों में प्रतिकूल होने के कारण उत्पादन अनुमान में 50 लाख टन की कटौती की गई है। ताजा अनुमान के अनुसार पूरी दुनिया में 6710 लाख टन गेहूं का उत्पादन होने का अनुमान है।
आईजीसी ने गेहूं के खपत का अनुमान भी घटाकर 6810 लाख टन तय किया है। पिछले साल पूरी दुनिया में 6880 लाख टन गेहूं की खपत रही थी।
दुनिया के सबसे बड़े उत्पादक देश चीन में 1000 लाख टन गेहूं का उत्पादन होने का अनुमान है जबकि भारत में 902.3 लाख टन उत्पादन रह सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2012-13 में गेहूं का अंतरराष्ट्रीय कारोबार 74 लाख टन घटकर 1360 लाख टन रहने का अनुमान है जबकि पिछले साल 1430 लाख टन गेहूं का वैश्विक कारोबार हुआ था। आईजीसी ने कहा है कि यूरोप और अर्जेंटीना से सरप्लस गेहूं का निर्यात घट सकता है जबकि उत्पादन बढऩे और स्पर्धा घटने से अमेरिका से गेहूं का निर्यात बढऩे का अनुमान है। वर्ष 2012-13 के अंत में वैश्विक स्तर पर गेहूं का बकाया स्टॉक 150 लाख टन घटकर 1910 लाख रहने की संभावना है। (Business Bhaskar....R S Rana)
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