आर.एस. राणा नई दिल्ल
एफएमसी निवेशकों के बैंक खातों को खंगालकर सूंघ रहा है गड़बड़ी
देरी से जागे
31 मार्च तक जांच करके दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी
एफएमसी ने संबंधित बैंकों से खातों का विवरण मांगा
हर पहलू से जांच हो रही है ग्वार वायदा स्कैंडल की
करीब 2,000 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया सटोरियों ने
ग्वार सीड और ग्वार गम के वायदा मूल्य में बनावटी तेजी लाने का मामला अभी ठंडा नहीं पड़ा है। वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) अभी भी ग्वार सीड और ग्वार गम में ज्यादा पोजीशन बनाने वाले लगभग 37 निवेशकों के बैंक खातों की जांच कर रहा है। इन निवेशकों ने अक्टूबर 2011 से मार्च 2012 के दौरान एनसीडीईएक्स पर ग्वार सीड और ग्वार गम में काफी ज्यादा पोजीशन बनाई थी।
सूत्रों के अनुसार ग्वार सीड और ग्वार गम के वायदा कारोबार में ब्रोकरों द्वारा ग्रुप बनाकर आपसी सौदे करने के खुलासे के बाद एफएमसी हर पहलू से जांच करने में जुटा है। इसी के तहत लगभग 37 निवेशकों के बैंक खातों की संबंधित बैंकों से जानकारी मांगी गई है। इन निवेशकों के बैंक खातों में इस दौरान कितना रुपये जमा हुए और पैसा कहां से आया, इसकी विस्तृत जांच की जा रही है।
इनमें से ज्यादातर निवेशकों ने अप्रैल 2011 से मार्च 2012 के दौरान एनसीडीईएक्स पर ग्वार सीड और ग्वार गम में ज्यादा पोजिशन बनाई थी। माना जा रहा है कि एफएमसी की जांच 31 मई 2012 तक पूरा हो जाएगी। अगर जांच में कोई निवेशक दोषी पाया गया तो उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा एफएमसी ट्रेडिंग मार्जिन के नियम को और कड़ा करने पर विचार कर रहा है।
एफएमसी की रिपोर्ट के अनुसार ग्वार सीड और ग्वार गम में कई कंपनियों ने आपसी मिलीभगत करके बनावटी उतार-चढ़ाव किया था। जिससे अक्टूबर 2011 से मार्च 2012 के दौरान एनसीडीईएक्स पर ग्वार सीड और ग्वार गम में कंपनियों ने कुल करीब 2,000 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। इस दौरान ग्वार सीड में 1,291 करोड़ रुपये और ग्वार गम में 843 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया गया। (Business Bhaskar....R S Rana)
एफएमसी निवेशकों के बैंक खातों को खंगालकर सूंघ रहा है गड़बड़ी
देरी से जागे
31 मार्च तक जांच करके दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी
एफएमसी ने संबंधित बैंकों से खातों का विवरण मांगा
हर पहलू से जांच हो रही है ग्वार वायदा स्कैंडल की
करीब 2,000 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया सटोरियों ने
ग्वार सीड और ग्वार गम के वायदा मूल्य में बनावटी तेजी लाने का मामला अभी ठंडा नहीं पड़ा है। वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) अभी भी ग्वार सीड और ग्वार गम में ज्यादा पोजीशन बनाने वाले लगभग 37 निवेशकों के बैंक खातों की जांच कर रहा है। इन निवेशकों ने अक्टूबर 2011 से मार्च 2012 के दौरान एनसीडीईएक्स पर ग्वार सीड और ग्वार गम में काफी ज्यादा पोजीशन बनाई थी।
सूत्रों के अनुसार ग्वार सीड और ग्वार गम के वायदा कारोबार में ब्रोकरों द्वारा ग्रुप बनाकर आपसी सौदे करने के खुलासे के बाद एफएमसी हर पहलू से जांच करने में जुटा है। इसी के तहत लगभग 37 निवेशकों के बैंक खातों की संबंधित बैंकों से जानकारी मांगी गई है। इन निवेशकों के बैंक खातों में इस दौरान कितना रुपये जमा हुए और पैसा कहां से आया, इसकी विस्तृत जांच की जा रही है।
इनमें से ज्यादातर निवेशकों ने अप्रैल 2011 से मार्च 2012 के दौरान एनसीडीईएक्स पर ग्वार सीड और ग्वार गम में ज्यादा पोजिशन बनाई थी। माना जा रहा है कि एफएमसी की जांच 31 मई 2012 तक पूरा हो जाएगी। अगर जांच में कोई निवेशक दोषी पाया गया तो उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा एफएमसी ट्रेडिंग मार्जिन के नियम को और कड़ा करने पर विचार कर रहा है।
एफएमसी की रिपोर्ट के अनुसार ग्वार सीड और ग्वार गम में कई कंपनियों ने आपसी मिलीभगत करके बनावटी उतार-चढ़ाव किया था। जिससे अक्टूबर 2011 से मार्च 2012 के दौरान एनसीडीईएक्स पर ग्वार सीड और ग्वार गम में कंपनियों ने कुल करीब 2,000 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। इस दौरान ग्वार सीड में 1,291 करोड़ रुपये और ग्वार गम में 843 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया गया। (Business Bhaskar....R S Rana)
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